जयपुर: राजधानी जयपुर को चुनावी रंग अब पूरी तरह से चढ़ गया है जहां सरकार के खिलाफ हवा बनाने की दिशा में बीजेपी एक्टिव मोड में आ चुकी है. इसी कड़ी में बीजेपी ने मंगलवार को ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के तहत एक बड़ा प्रदर्शन किया जहां राज्य बीजेपी संगठन के नेता, सांसद और विधायक कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी ऑफिस पर सभा करने के बाद सचिवालय कूच करने निकले. बीजेपी नेताओं की ओर से दावा किया गया कि अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ जयपुर में यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है.
वहीं सचिवालय पहुंचने से पहले ही पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ता स्टेच्यू सर्किल पर आमने सामने हो गए जहां काफी देर तक मशक्कत के बाद पुलिस ने वॉटर कैनन चलाकर उन्हें खदेड़ा. इसके बाद पुलिस की ओर से बस में बैठाकर नेताओं और कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया गया.
1 लाख की भीड़ जुटने का दावा
मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेताओं का कहना था कि हम सचिवालय जाकर ज्ञापन देना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने लगातार लाठीचार्ज और वॉटर कैनन किया जिसमें हमारे कई नेताओं को चोट लगी है. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता सचिवालय जाने के दौरान बैरिकेडिंग तोड़ लगातार आगे बढ़ते रहे पुलिस की थ्री लेयर बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की.
वहीं इस दौरान पुलिस ने आरएसी, एसटीएफ समेत जयपुर पुलिस के सैकड़ों जवानों की तैनाती की. वहीं प्रदर्शन के दौरान बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि इस घेराव कार्यक्रम में आज प्रदेशभर से करीब से 1 लाख कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी थी और प्रदर्शन के दौरान मोदी-मोदी के नारे भी सुने गए. इधर काफी देर बाद कई बीजेपी नेताओं ने गिरफ्तारियां दी.
सरकार को उखाड़ फेंकने के अभियान का आगाज
सचिवालय घेराव के दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि हम बस ज्ञापन देने आए हैं लेकिन सरकार लाठी से बात कर रही है और कोई भी अधिकारी बात नहीं कर रहा है. राठौड़ ने कहा कि आज बर्बर लाठीचार्ज किया जहां हम शांतिपूर्ण करना चाह रहे थे लेकिन सरकार हर बार ऐसा ही बर्ताव करती है. उन्होंने कहा कि नहीं सहेगा राजस्थान अभियान का यह आगाज है और सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद ही यह अभियान खत्म होगा.
राठौड़ ने कहा कि आज के प्रदर्शन में आया एक-एक कार्यकर्ता गहलोत सरकार के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम करेगा और यह राजस्थान की जनता ही सीएम अशोक गहलोत के दोनों पैरों में बंधी पट्टियां खोलने का काम करेगी. राठौड़ ने यह भी बताया कि आज सतीश पूनिया, सीपी जोशी को चोट भी आई है.
जनता में उफान मार रहा है गुस्सा
वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात ने कहा कि जब किसी टायर में कील लग जाती है तो गाड़ी चलाने के लिए टायर बदल दिया जाता है उसी तरह से सीएम अशोक गहलोत के पैरों में भी कील चुभ गई है तो अब हमें ऐसे सीएम को बदलने की जरूरत हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने के नाते, मीडिया को यहां आए लाखों लोगों के गुस्से और भावनाओं को दिखाना चाहिए कि राजस्थान के लोगों ने अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का फैसला किया है.
घायलों का इलाज SMS में शुरू
इधर बीजेपी नेताओं को बस में ले जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक गिरफ्तारियां दी जहां भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गजेन्द्र सिंह शेखावत, राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया, अनिता भदेल, सांसद बालकनाथ, सुमेधानंद सरस्वती को बसों में बिठाकर विद्याधर नगर पुलिस थाने ले जाया गया.
वहीं प्रदर्शन के दौरान जो कार्यकर्ता चोटिल हुए थे उन्हें SMS अस्पताल, ट्रोमा सेंटर में ले जाया गया जहां घायल कार्यकर्ताओं का ट्रीटमेंट शुरू किया गया है. इधर कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है.