जयपुर: आपने एक कहावत सुनी होगी ‘ऊंट किस करवट बैठेगा’ जहां तमाम-दांवपेंच चलने वाले के पाले में ऊंट अपनी करवट लेता है. राजस्थान के सियासी गलियारों में भी इन दिनों यह कहावत सुनी जा रही है जहां चुनावी मौसम में सत्ताधारी दल सरकार वापसी का दावा कर रहा है वहीं विपक्षी दल फिर से चांस मिलने की कवायद में जुटा हुआ है. इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार की सामाजिक सुरक्षा, महिला और कर्मचारियों के लिए लाई गई योजनाओं का काफी शोर है जिनको लेकर दावा किया जा रहा है कि इस बार राजस्थान का रिवाज बदलने जा रहा है.
गहलोत सरकार ने पिछले 4 साल में राज्य के हर वर्ग को साधते हुए योजनाएं धरातल पर उतारी है जिनमें चिरंजीवी योजना, सराकरी कर्मचारियों के लिए ओपीएस का ऐलान और महिलाओं के लिए फ्री मोबाइल जैसी घोषणाओं को गेमचेंजर माना जा रहा है. सीएम गहलोत इस बार जनता के रुख को देखकर सरकार वापसी को लेकर आत्मविश्वास से लबरेज हैं.
अब कांग्रेस 2023 के चुनावी मैदान में इन योजनाओं के सहारे उतरने जा रही है जहां विपक्षी दल बीजेपी को इन योजनाओं की काट ढूंढे नहीं मिल रही है. आइए एक-एक कर जानते हैं कि कैसे सियासी जादूगर ने इस बार सूबे में एक-एक कर सभी वर्गों को साध लिया है.
जादूगर की छड़ी और महिलाओं के लिए राहत की झड़ी
सीएम अशोक गहलोत ने हाल में एक ऐलान करते हुए कहा कि उनकी सरकार राजस्थान की 1.35 करोड़ महिलाओं को फ्री स्मार्टफोन देने जा रही है जिसके लिए सरकार की एजेंसी राजकॉम्प ने टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी और अगस्त यानी रक्षा बंधन तक महिलाओं को ये मोबाइल दिए जाएंगे. वहीं गहलोत ने बताया कि यदि किसी वजह से टेंडर नहीं हो पाते हैं तो वे (महिलाएं) खुद मोबाइल खरीद लें जिसका पैसा सीधे उनके अकाउंट में भेज दिया जाएगा.
वहीं इससे पहले बीते दिनों गहलोत ने इंदिरा सिलेंडर सब्सिडी योजना की राशि महिला खाता धारकों को ट्रांसफर की थी. सूबे में 2 करोड़ 46 लाख 11 लाख 823 महिला वोटर्स हैं ऐसे में गहलोत की इन घोषणाओं का सीधा असर आधी आबादी पर होगा.
इसके अलावा रोडवेज बसों में महिलाओं को आधे किराए का तोहफा पहले दिया गया था और उड़ान योजना के तहत मुफ्त में महिलाओं को सैनेट्री पैड बांटे जा रहे हैं. गहलोत सरकार की महिलाओं के लिए लाई गई सिलेंडर डीबीटी और मुफ्त मोबाइल योजना को महिला विकास की दिशा में क्रांति माना जा रहा है.
चिरंजीव बीमा योजना बनेगी गेमचेंजर!
इसके अलावा गरीबों के लिए सबसे बेहतर स्कीम राजस्थान में है जहां राजस्थान में पहले लोग कहते थे कि हमें किडनी ट्रांसप्लांट करवाना है, पैसा नहीं है लेकिन राजस्थान में यह पैसा सरकार दे रही है जहां गहलोत की चिरंजीवी योजना ने लाखों लोगों का दर्द मिटाया है. अशोक गहलोत ने इस कार्यकाल में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लांच की है जिसके मुताबिक प्रदेश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाता है.
चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में सरकारी और निजी अस्पतालों में 25 लाख रुपये का बीमा कवर हर परिवार को सालाना दिया जाता है. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को मई 2021 में शुरू किया गया था. इस योजना के तहत कैंसर, किडनी और हार्ट ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों को भी इलाज होता है.
‘मिशन 156’ में गेमचेंजर साबित होगा OPS
मुख्यमंत्री गहलोत ने मार्च 2022 में पेश किए बजट के दौरान प्रदेश के 7 लाख सरकारी कार्मिकों के लिए पेंशन की पुरानी स्कीम (ओपीएस) जारी की. दरअसल नई स्कीम 2004 में प्रदेश के साथ देश भर में लागू थी जहां कार्मिकों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलने का प्रावधान था लेकिन गहलोत सरकार ने इसे बदलकर पेंशन देने का निर्णय लिया है.
कांग्रेस ने पुरानी पेंशन स्कीम योजना की बहाली कर चुनावी सफलता हासिल की है जहां महज चार महीने में हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक बीजेपी से छिन गए और अब राजस्थान में भी माना जा रहा है कि यह योजना गेमचेंजर साबित हो सकती है.