देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) भारत माला प्रोजेक्ट को लेकर बीकानेर दौरे पर आ सकते हैं। दरअसल बीकानेर में जामनगर-लुधियाना ग्रीन कॉरिडोर के हिस्से का उद्घाटन होना है। यह उद्घाटन पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करने वाले थे लेकिन अब जानकारी है कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा। जिसके लिए वह बीकानेर दौरे पर आएंगे।
केंद्रीय मंत्री मेघवाल कर रहे हैं सारे इंतजाम
प्रधानमंत्री के आने को लेकर केंद्रीय अधिकारियों का भी बीकानेर दौरा शुरू हो गया है। वे कार्यक्रम से जुड़े इंतजामों और सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था में जुटे हुए हैं। प्रधानमंत्री बीकानेर आएंगे तो जनसभा का आयोजन भी किया जाएगा। जानकारी है कि यह जनसभा छतरगढ़ में हो सकती है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के निर्देशन में ही सभा तय की जा रही है। इसके लिए मेघवाल खुद सभा के लिए जगह और सारे इंतजाम देख रहे हैं।
प्रधानमंत्री के दौरे से बीकानेर को नई सौगात मिलने की भी जानकारी मिल रही है। जिसमें बीकानेर एयरपोर्ट से नई फ्लाइट, ड्राई पोर्ट, ESIC अस्पताल शामिल हैं।
4 राज्यों को जोड़ेगा यह एक्स्प्रेसवे
जिस जामनगर-लुधियाना ग्रीन कॉरिडोर के हिस्से का उद्घाटन हो रहा है। वह बीकानेर के साथ ही जोधपुर और सांचौर के आवागमन में भी सुविधा देगा। दरअसल ये पूरा कॉरिडोर गुजरात और पंजाब को आपस में जोड़ने के लिए बन रहा है। इसकी लंबाई 1250 किलोमीटर की है। इससे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे भी कहते हैं। यह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को जोड़ने वाला सबसे मुख्य सड़क मार्ग होगा। इसके बनने के बाद अमृतसर से जामनगर आने का रास्ते में लगने वाला समय करीब-करीब आधा हो जाएगा।
राजस्थान में इस प्रोजेक्ट का 450 किमी
राजस्थान में जिस हिस्से का लोकार्पण नरेंद्र मोदी करेंगे। उसकी लंबाई 450 किलोमीटर की है। खास बात यह है कि यह एक्सप्रेसवे 4 राज्यों को जोड़ रहा है जो देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेस-वे से 4 राज्यों के 15 शहर जुड़ेंगे साथ ही 3 रिफाइनरी भी जुड़ेंगे। जिसका ज्यादातर हिस्से का काम पूरा हो चुका है। इसमें बीकानेर से जोधपुर और सांचौर जाने के लिए सड़क बन गई है।
जोधपुर और जयपुर भी जाएगी रोड
बीकानेर में छतरगढ़, जयपुर रोड और जोधपुर रोड से इस सड़क पर चलने का काम पूरा हो गया है। यह सड़क जोधपुर और सांचौर पर ही उतरेगी। आगे चलने पर यह सड़क जामनगर और दूसरी साइड पर लुधियाना को जाएगी। सबसे खास बात यह है कि इस कॉरिडोर में एक तरफा सड़क पर चलने के बाद कोई दूसरा वाहन सामने से नहीं आएगा। जिससे आमने-सामने के वाहनों की टक्कर की संभावना भी बेहद कम हो गई है।