जयपुर। राजधानी जयपुर में कावड़ियों को डीजे बजाने से रोकने पर जमकर हंगामा हो गया। गुस्साए कावड़ियों ने जयपुर-अजमेर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। जिसके चलते वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कावड़ियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि ये लोग नेताओं को तो डीजे बजाने से नहीं रोकते है, फिर हमारे साथ ऐसा क्यों किया गया। हालांकि, चार घंटे बाद पुलिस प्रशासन ने समझाइश कर मामला शांत करवाया।
दरअसल, सावन मास के दूसरे सोमवार को शिवालयों में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कावड़िये डीजे की धुन पर नाचते-गाते मालेश्वर धाम से कावड़ लेकर आ रहे थे। कावड़ यात्रा दोपहर करीब डेढ़ बजे जयपुर-अजमेर हाईवे पर बगरू थाना क्षेत्र में पहुंची। तभी पुलिस ने कावड़ियों के साथ चल रहे डीजे को रोककर जब्त कर लिया। बस फिर क्या था कावड़ियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
आसपास के लोग व सभी कावड़िये शाम 4 बजे बगरू थाने पर एकत्रित हो गए और पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने लगे। कावड़ियों के इस धरने प्रदर्शन में सैकड़ों स्थानीय ग्रामीण भी शामिल हो गए। हंगामे के चलते हाईवे पर जाम लग गया। सूचना मिलने पर बगरू एसीपी अनिल शर्मा मौके पर पहुंचे और धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों से वार्ता की।
लेकिन, मामला शांत नहीं हुआ। कावड़ियों ने मांग रखी की जब्त किए गए डीजे को छोड़ा जाए और आगे कावड़ यात्रा में डीजे बजाने की अनुमति दी जाए। इसके बाद एसीपी अनिल शर्मा की समझाइश के बाद कावड़िए व स्थानीय लोग शाम 8 बजे बाद गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
हाईवे पर चार घंटे तक लगा जाम
डीजे जब्त करने के बाद कावड़ियों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया और जयपुर-अजमेर नेशनल हाईवे भी जाम कर दिया। कावड़ियों के प्रदर्शन के चलते नेशनल हाइवे पर चार घंटे तक जाम के हालात बने रहे। ऐसे में सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। वाहन चालक कई घंटे तक जाम में फंसे रहे। वहीं, दोपहिया वाहन चालकों सहित राहगीरों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, मामला शांत होने के बाद यातायात पुलिस ने व्यवस्था संभाली और जाम खुलवाया।
एसीपी बोले-तेज आवाज में डीजे बजाने पर रोक
एसीपी अनिल शर्मा ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान तेज आवाज में डीजे बजाने पर प्रतिबंध है। कावड़िये तेज आवाज में डीजे बजा रहे थे। जिसके बाद उनके म्यूजिक सिस्टम को जब्त किया गया। जिसके चलते कावड़ियों ने विरोध-प्रदर्शन किया। हालांकि, बाद में कावड़ियों से समझाइश कर मामला शांत करा दिया।
बीजेपी बोलीं-कांग्रेस राज में शिव भक्तों का अपमान
इधर, बीजेपी ने इस घटना की निंदा की है। साथ ही कांग्रेस की गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने ट्वीट किया कि कांग्रेस राज में दलितों पर अत्याचार हो रहे है और गहलोत सरकार मौन बैठी हुई है। लेकिन, अब कांग्रेस राज में शिव भक्तों का अपमान हो रहा है। इससे साफ है कि राजस्थान में तुष्टिकरण चरम पर पहुंच गया है। लेकिन, अब ये सब राजस्थानवासी नहीं सहेंगे। वहीं, पूर्व संसदीय सचिव कैलाश वर्मा ने कहा कि पुलिस द्वारा कांवडियों को डीजे बजाने से रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है।
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