Valley Queen Heritage Train: जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान को पहली हेरिटेज ट्रेन की सौगात देने जा रहे है। इसके अलावा जैसलमेर को दिल्ली से जोड़ने वाली रुणिचा एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। मारवाड़ जंक्शन को खांबली घाट से जोड़ने वाली एक नई हेरिटेज ट्रेन को 150 साल पुराने भाप के इंजन की तरह हेरिटेज लुक दिया गया है। ये ट्रेन सप्ताह में 4 दिन चलेगी। खास बात ये है कि पर्यटक मात्र 2 हजार रुपए खर्च कर इस ट्रेन में सफर कर सकेंगे और अरावली की वादियों के बीच गुजरती ट्रेन व पहाड़ों से गिरते झरने के अद्भुत दृश्यों का लुफ्त उठा सकेंगे।
मारवाड़ जंक्शन-खांबली घाट को जोड़ने वाली नई हेरिटेज ट्रेन पर्यटन को बढ़ावा देगी और क्षेत्र में रोजगार पैदा करेगी। यह ट्रेन सुबह 8.30 बजे मारवाड़ जंक्शन से रवाना होकर गोरमघाट, फुलाद होते हुए 11 बजे कामलीघाट (देवगढ़, राजसमंद) पहुंचेगी। तीन घंटे ठहराव के बाद यह ट्रेन कामलीघाट से दोपहर 2.30 बजे रवाना होकर शाम 5.30 बजे मारवाड़ जंक्शन पहुंचेगी। खास बात ये है कि 100 किमी के सफर में यात्री कहीं पर भी ट्रेन को रुकवा सकेंगे। रेलवे ने इसके लिए सेल्फी पॉइंट पर ट्रेन रुकवाने पर करीब 15-20 मिनट तक का समय निर्धारित किया है।
ट्रेन में एक साथ बैठ सकेंगे 60 यात्री
इस ट्रेन में 9 घंटे का रोमांचक सफर करने के लिए प्रति व्यक्ति 2 हजार रुपए का टिकट लगेगा। रेलवे में ही भोजन-नाश्ते की व्यवस्था रहेगी। लेकिन, इसके लिए अलग से चार्ज देना होगा। ट्रेन में एक बार में 60 यात्री बैठ पाएंगे। ट्रेन के सभी कोच एसी है और बाहरी दृश्य देखने के लिए तीन बड़ी-बड़ी खिड़कियां है। कोच में तीन बड़ी-बड़ी खिड़कियां हैं। जिनसे पर्यटक अरावली की वादियों के बीच पहाड़ों से गिरते झरने के अद्भुत दृश्य देख सकेंगे। ट्रेन की सीटें 360 डिग्री पर घूम सकेंगी और यात्री ट्रेन के बाहर का नजारा अपने मोबाइल में कैद कर सकेंगे।
क्यों खास है ये ट्रेन
इस ट्रेन को पूरी तरह हेरिटेज लुक दिया गया है। ट्रेन का इंजन 150 साल पुराने भाप के इंजन की तरह डिजाइन किया गया है। हालांकि, ये इंजन डीजल से चलेगा। इसके अलावा ट्रेन को राजस्थानी लुक दिया गया है। ट्रेन के डिब्बों में हाथी-घोड़े पालकी जैसी चित्रकारी की गई है।
ग्रुप में टिकट बुक करवाकर कर सकते हैं सफर
वैसे तो इस ट्रेन में सफर के लिए प्रति व्यक्ति 2 हजार रुपए खर्च करने होंगे। लेकिन, खास बात ये है कि ग्रुप में टिकट बुक करवाकर कर सभी आप सफर कर सकते है। इसके लिए रेलवे की ओर से विशेष सुविधा दी जाएगी। हालांकि, अभी तक रेलवे इसकी जानकारी नहीं दी है। मारवाड जंक्शन से यह हेरिटेज ट्रेन सप्ताह में चार दिन के लिए सामान्य तौर पर संचालित की जाएगी। अन्य दो दिन इस हेरिटेज ट्रेन का संचालन 10 से अधिक पर्यटकों के समूह द्वारा करवाई गई अग्रिम बुकिंग के आधार पर किया जाएगा।
1934 में इस रुट पर पहली बार चली थी भाप के इंजन से ट्रेन
बता दें कि इसी ट्रैक पर पहली बार साल 1934 में भाप इंजन की ट्रेन चलाई गई थी। लेकिन, बाद में मीटर गेज रेल का संचालन किया गया जो अब तक जारी है। पिछले कई सालों से क्षेत्रवासी इस रुट पर मीटर गेज को ब्रॉडगेज लाइन में परिवर्तन की मांग उठा रहे है। लेकिन, घाटी वाला इलाका और 16 डिग्री तक का घुमाव होने के कारण रेलवे की ओर से अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में अब भारतीय रेलवे ने नई पहल करते हुए हेरिटेज ट्रेन का संचालन शुरू करने का निर्णय लिया है।
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