sikkim flood: गंगटोक। सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। इस सैलाब में 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। इसमें सेना के दो दर्जन जवानों समेत 120 लोग लापता बताए जा रहे हैं, उनकी तलाश जारी है। प्रशासन ने आसपास लोगों के सतर्क रहने का ऐलान कर दिया है। हादसे में घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। बादल फटने के बाद बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग सिंगताम पहुंचे।
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सेना के वाहन भी डूबे
गुवाहाटी में रक्षा PRO ने सुबह कहा था, ‘सिक्किम के उत्तर में ल्होनक झील पर अचानक बाढ़ आ गई। चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इससे सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो गए। सेना के 23 जवानों के लापता होने और 41 गाड़ियों के कीचड़ में डूबे होने की खबर है।’
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यह कहा मौसम विभाग ने
गंगटोक में भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘जब किसी छोटे क्षेत्र में लगभग एक घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश होती है, तो इसे बादल फटना कहा जाता है।” अधिकारियों ने कहा कि वे यह भी सत्यापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह बादल फटना था या पहाड़ों के ऊपरी हिस्से में हिमनद झील का फटना था, जिसके कारण नदी में जल स्तर अचानक बढ़ गया।’