Phalodi Satta Bazaar : राजस्थान में लोकसभा चुनाव 19 और 26 अप्रैल दो चरणों में संपन्न होने हैं। पहले चरण का नामांकन हो चुका है। भाजपा देशभर में 400 सीटें पार का दावा कर रही है। इस बीच फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi Satta Bazar) ने भी बीजेपी के जीत का दावा किया है। फलोदी सट्टा बाजार के मुताबिक, बीजेपी को 330 से 333 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 41 से 43 सीटें मिल सकती है।
राजस्थान की बात करें तो बीजेपी मिशन-25 की हैट्रिक से चूक जाएगी। यहीं वजह है कि प्रदेश की कई सीटों पर मुकाबला कड़ा हो गया है। इस कड़े मुकाबले में कई दिग्ग्जों की सीट फंस सकती हैं, जबकि कई उम्मीदवारों के लिए चुनाव ऐतिहासिक हो सकता है।
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इतिहास दौहराने के लिए तैयार हैं भाटी?
शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी फिलहाल राजस्थान में चर्चा का विषय बने हुए हैं। वह तीसरी बार निर्दलीय चुनाव लड़कर इतिहास दौराने के लिए तैयार हैं। भाटी विधानसभा चुनाव में बगावत कर शिव विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बनें। अब लोकसभा चुनाव में भी सांसद बनने के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी ओर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी के लिए यह मुकाबला कड़ा होगा। बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी के जीत अनुमान लगाए जा रहे हैं। उन्होंने 30 मार्च को दो नामांकन भरे हैं।
गजेंद्र सिंह शेखावत की बढ़ी मुश्किलें!
जोधपुर सीट भी हाई वोल्टेज मुकाबले के चलते फंस सकती हैं, इसके बावजूद बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के जीत की उम्मीदें बरकरार हैं। लेकिन शेखावत को इसके लिए जोर लगाना पड़ सकता है। जबकि जालौर-सिरोही लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को खड़ा किया गया है, जिसके चलते इस सीट पर सभी की निगाहें हैं।
लेकिन सटोरियों के दावे के मुताबिक वैभव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यहां बीजेपी की स्थिति मजबूत होती दिख रही है। लुंबाराम चौधरी को मोदी के नाम पर पड़ने वाले वोटों को फायदा बताया जा रहा है।
तीसरी बार आमने-सामने बेनीवाल-ज्योति मिर्धा
आरएलपी नागौर लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस से गठबंधन कर चुकी है। बीजेपी प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा का मुकाबला हनुमान बेनीवाल से होगा। यह मुकाबला कड़ा होने के आसार है। दरअसल, दोनों नेता तीसरी बार आमने-सामने होंगे। फलोदी सट्टा बाजार का दावा है कि आरएलपी सुप्रीमो के लिए यह सीट निकलना बेहद मुश्किल होने वाला है।
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