जयपुर। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक दिवसीय कार्यशाला के पहले बाहर मीडिया से बातचीत की। जिसमें उन्होंने रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या मामले में आरोपी बनाए गए मंत्री महेश जोशी पर बयान दिया। गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मुलजिम कोई भी हो अगर आरोप सिद्ध हो जाता है तो उसे जेल जाना ही पड़ेगा। चाहे वह गजेंद्र शेखावत हो या फिर महेश जोशी हों।
केंद्रीय संस्थाओं पर कब्जा जमाना चाहती है भाजपा
गोविंद सिंह डोटासरा ने एनसीईआरटी की किताबों में केंद्र सरकार के पाठ्यक्रम हटाने को लेकर कहा कि भाजपा और आरएसएस सिर्फ और सिर्फ संस्थाओं पर कब्जा जमाना चाहती है। धीरे-धीरे वह ईडी, सीबीआई, केंद्रीय चुनाव आयोग और अब एनसीआरटी कि स्वतंत्रता खत्म कर रही है।
गहलोत की नीतियों से हर कोई FIR करा पा रहा है
इसके बाद उन्होंने रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या के सवाल पर जवाब दिया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नीतियों के कारण ही आज हर कोई अपनी शिकायत दर्ज करवा पा रहा है, f.i.r. करवा पा रहा है, सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वजह से और अगर इस मामले में महेश जोशी को आरोपी बनाया गया है, उन पर एफ आई आर दर्ज करवाई गई है तो जांच होगी।
जांच में दोष सिद्ध हुआ तो जेल जाएंगे
डोटासरा ने कहा कि अगर जांच में वे आरोपी पाए जाते हैं तो करवाई भी होगी, वे जेल भी जाएंगे। हमारी सरकार ने हर किसी को न्याय देने का विजन रखा है। आरोपी कोई भी हों गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपराध किया, वह आरोपी बनाए गए हमारी पुलिस कह रही है, हमारी एसओजी कह रही है कि वे दोषी हैं तो वे दोषी हैं, उन पर आरोप सिद्ध किए जाएंगे और उन्हें जेल होगी।
अपराधी कोई भी हो चाहे गजेंद्र सिंह शेखावत हो या फिर महेश जोशी हो, अगर अपराध किया है और अगर आरोप सिद्ध होते हैं तो वह जेल जाएंगे लेकिन अभी तो मैं नहीं कह सकता कि वह आरोपी है या नहीं है। क्योंकि अभी तो जांच भी शुरू नहीं हुई है। जांच में वे आरोपी पाए जाते हैं, तो फिर कार्रवाई जरूर होगी। सिर्फ मुलजिम कहने से ही कोई मुस्लिम ने मुलजिम नहीं बन जाता।
राठौड़ की बुढ़ापे में शादी
गोविंद सिंह डोटासरा ने राजेंद्र राठौड़ के नेता प्रतिपक्ष बनने को लेकर तंज कसा और कहा कि राजेंद्र राठौड़ का नेता प्रतिपक्ष बनना तो ऐसी बात हो गई कि जैसे बुढ़ापे में उनकी शादी हुई हो। सात बार विधायक बनने के बाद सिर्फ 8 महीने के लिए भी नेता प्रतिपक्ष बना दिए गए।
मकान न बना पाने से आहत होकर रामप्रसाद मीणा ने दे दी जान
बता दें कि जयपुर में चांदी की टकसाल इलाके में रहने वाले रामप्रसाद मीणा ने अपना घर ना बना पाने से आहत होकर आत्महत्या कर ली। परिवार ने इस मामले में मंत्री महेश जोशी के अलावा निगम के दो अधिकारियों समेत तीन लोगों पर एफ आई आर दर्ज की है और रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या का कारण भी इन्हें ही बताया है। उनका कहना है कि इनके ही दबाव में आकर ही रामप्रसाद मीणा अपना घर नहीं बना पा रहा था, उसे घर को बनाने से रोक दिया गया था। इसलिए रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या कर ली।