जबसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 जिलों और 3 संभागों की घोषणा की है। तब से इस फैसले पर कहीं जनता ख़ुशी मना रही है तो कहीं इसका विरोध भी हो रहा है। विरोध इसलिए कि वह क्षेत्र जिनके जिले बनाने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही है और मुख्यमंत्री ने अपनी घोषणाओं में उन्हें शामिल नहीं किया। लेकिन कुछ ऐसी भी जगह हैं जहां विरोध जिला बनाने की मांग को लेकर नहीं बल्कि जिला घोषित करने को लेकर है।
इसलिए हो रहा है विरोध
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीकर जिले में पड़ने वाले नीमकाथाना को भी जिला घोषित किया है। लेकिन अब यह घोषणा जनता के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। नीमकाथाना को जिला घोषित करने के बाद यह समस्या सीकर और झुंझुनूं में खड़ी हो गई है।
दरअसल झुंझुनू के कुछ गांव जो नीमकाथाना में शामिल होना चाहते हैं और कुछ नहीं वहीं सीकर के कुछ स्थान जो सीकर में ही रहना चाहते हैं, और कुछ नीमकाथाना में जाना चाहते हैं। वे लोग इस घोषणा का विरोध कर रहे हैं।
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा जिला बनाने वाली कमेटी से करेंगे बात
सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा है कि समस्या यहां पर यह है कि सीकर और झुंझुनूं के आधे गांव नीमकाथाना में जाना चाहते हैं और आधे झुंझुनू में रहना चाहते हैं क्योंकि उन्हें वहां से नीमकाथाना जाने में काफी सहूलियत मिलती है। यही समस्या झुंझुनू के खेतड़ी के लोगों की भी है वह लोग चाहते हैं कि उनके गांव को झुंझुनू में ही रखा जाए क्योंकि उन्हें नीमकाथाना काफी दूर पड़ेगा। जिससे उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
इसलिए वे जिला बनाने वाले कमेटी से इस मुद्दे को लेकर बातचीत करेंगे और इस समस्या के समाधान की कोशिश करेंगे। अब देखना यह है की जनता की इस मांग को लेकर कमेटी क्या निर्णय देती है।