जयपुर। गुरु-पुष्य संयोग पर देवस्थान विभाग ने नई पहल की है। इसके तहत प्रदेश के सभी मंदिरों में आज ‘ऊं’ लिखा पीला ध्वज फहराई जा रही है। इसकी शुरुआत जयपुर के बड़ी चौपड़ स्थित कल्कि मंदिर से सुबह 7 बजे हुई। देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि गुरु पुष्य दुर्लभ संयोग है और इस अवसर पर ‘ऊं’ लिखा पीले रंग का ध्वज प्रदेश के सभी देवस्थान मंदिरों में लगाया जाएगा। पीला रंग गुरु को समर्पित है और ओम शक्ति का प्रतीक है। प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना स्वरूप देवस्थान विभाग के द्वारा यह नई शुरुआत की जा रही है। इस नई पहल से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा। इस शुरुआत का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ध्येय वाक्य ‘सेवा परमो धर्म’ के माध्यम से प्रदेश में खुशहाली का परचम लहराना है।
उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर होगा गोविंद देवजी मंदिर का विकास
देवस्थान मंत्री ने कहा कि गोविंद देवजी मंदिर का उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देवस्थान विभाग के तहत 593 मंदिर आते हैं और उनके रखरखाव के लिए 593 लाख रुपए दिए गए हैं। पुजारियों को दिया जाने वाला मानदेय भी 3 हजार से बढ़ाकर 5 हजार रुपए कर दिया गया है। चित्तौड़गढ़ में जलझूलनी एकादशी पर लगने वाले सांवरिया सेठ के मेले में बस किराए में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। वहीं वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के अंतर्गत 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों के तीर्थ यात्रा के सपने को पूरा किया गया है। अब यह संख्या बढ़ाकर 40 हजार की जाएगी। मंत्री ने कहा कि देवस्थान विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक 26 मई को उद्योग भवन में आयोजित की जाएगी।
जलदेवजी माताजी मंदिर में होंगे पर्यटन विकास कार्य
नाथद्वारा के रेलमगरा स्थित जलदेवजी माताजी मंदिर सांसेरा में पर्यटन विकास के कार्य कराए जाएं गे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए 10 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान को मंजूरी दी है। स्वीकृत राशि से मंदिर क्षेत्र में भोजनशाला, रसोईघर, सीमेंट कॉन्क्रीट पेवमेंट, पेनोरमा, पार्किं ग एरिया, पाथ-वे, सैंड स्टोन छतरी, प्रवेश द्वार, सभागार का निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्य कराए जाएंगे। गहलोत के इस निर्णय से मंदिर में आने वाले पर्यटकों को सुगमता हो सकेगी तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।