Lok Sabha Election 2024: जालोर-सिरोही लोकसभा सीट जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों पूरा दमखम दिखा रही हैं। यहां भाजपा ने लुंबाराम चौधरी (Lumbaram Chaudhary) तो कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) को मैदान में उतारा है। बुधवार को लुंबाराम चौधरी ने नामांकन दाखिल किया। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी जालोर दौरे पर रहे। यहां उन्होंने नामांकन रैली और विशाल जनसभा कार्यक्रम में शिरकत की।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) और विधायक बाबू सिंह भी लुंबाराम चौधरी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। जहां गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बेटे वैभव पर निशाना साधते हुए तंज कसे।
‘जोधपुर का भटकों टाबर जालोर आगो’
गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने लुंबाराम चौधरी के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए कहा,’ जोधपुर का टाबर जालोर आया है…भटक हुआ। उसको ज्यादा दिन मत रखना और गुमा भी मत देना। वापस भेज देना, हमारे बच्चे ज्यादा दिन बाहर नहीं रहते हैं।’
आगे शेखावत ने कहा कि मैं और विधायक बाबू सिंह उसको पास लेने के लिए आए हैं कि आप कहीं ना कहीं उसे यहां ना रखे लें। उन्होंने इशारों ही इशारों में गहलोत को बुरी तरह हराकर भेजने की बात कह दी है। गजेंद्र सिंह के इस बयान का वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह कांग्रेस प्रत्याशी वैभव पर तंज कसते नजर आ रहे हैं।
केंद्र की योजनाओं की उपलब्धि गिनाई
लुंबाराम चौधरी की नामांकन सभा में सीएम भजनलाल, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, विधायक लुंबाराम सहित अनेक दिग्गज नेता शामिल हुए। इस दौरान शेखावत ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वैभव गहलोत पर जमकर निशाना साधा। कार्यक्रम में जालोर पहुंचे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने केंद्र सरकार की और से चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर उपलब्धि गिनाई।
गहलोत पर साधा निशाना
गजेंद्र सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान को 27,000 करोड़ रुपए दिए थे, लेकिन मात्र 4,000 करोड़ रुपए ही कांग्रेस सरकार ने खर्च किए। यह पाप अशोक गहलोत ने किया।