कोटा में छात्रों की आत्महत्या करने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। अब आज फिर NEET की तैयारी कर रहे एक छात्र ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। सबसे हैरानी की बात यह है कि इस हफ्ते में अब तक तीन सुसाइड केस कोटा से सामने आ चुके हैं, जो कंपटीशन की तैयारी कर रहे छात्रों के ही हैं।
बिहार के पटना का है 17 वर्षीय नवलेश
जिस छात्र ने सुसाइड किया है उसका नाम नवलेश है। वह 17 साल का है और बिहार के पटना का रहने वाला है। वह एक साल पहले ही पटना से कोटा आया था। वह यहां पर नीट की तैयारी कर रहा है। वह 12वीं क्लास का स्टूडेंट है। अपने सुसाइड नोट में उसने पढ़ाई के तनाव को अपनी आत्महत्या का कारण बताया। मृतक बच्चे के साथी छात्रों ने बताया कि वह अपने दोस्त को बुलाने के लिए उसके कमरे पर गए लेकिन काफी देर आवाज देने पर कोई बाहर नहीं आया।
इसके बाद उन्हें जब कुछ अनहोनी का एहसास हुआ तो उन्होंने वॉर्डन को सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को बुलाया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब अंदर जाकर देखा तो सभी के होश फाख्ता हो गए। नवलेश का शव पंखे से फांसी के फंदे से लटक रहा था। पुलिस ने शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बच्चों की नहीं हो रही है काउंसिलिंग
मामले की सूचना पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भी मोर्चरी में पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली और मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि एक हफ्ते में तीन-तीन बच्चों ने आत्महत्या कर ली, जो की बहुत ही दुखद है। लगातार हम यह बोल रहे हैं कि कोचिंग संचालक या फिर यह संस्थान बच्चों की काउंसलिंग कराएं। बच्चों पर पढा़ई का जो प्रेशर है वो ये झेल नहीं पा रहे हैं और अपनी जिंदगी को समाप्त करके वह इस तनाव से मुक्ति पा रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इसे लेकर भी कोचिंग संचालकों पर कार्रवाई करेंगे।