Vasundhara Raje: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी ने जनरेशन शिफ्ट की कड़ी में सूबे का राजनीतिक नक्शा पूरी तरह से बदल दिया जहां एकदम नए चेहरे को मुखिया की कुर्सी पर बिठाया गया. वहीं राज्य की 2 बार बागडोर संभाल चुकी वसुंधरा राजे के नाम पर आलाकमान की मुहर नहीं लगी. वहीं राज्य में नई सरकार के गठन के बाद से राजे मुख्य पटल से गायब सी हो गई जहां आखिरी बार वह पीएम मोदी के जयपुर दौरे में दिखी.
हालांकि अब वसुंधरा राजे ने लोकसभा चुनावों के लिए कवायद तेज कर दी है जहां सीएम भजनलाल के साथ हाल में हुई मीटिंग के बाद राजे ने झालावाड़ में अपने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया. राजे को लेकर तमाम साइडलाइन होने की चर्चाओं के बीच कांग्रेसी खेमे से उनको लगातार याद किया जाता रहता है.
हाल में विधानसभा सत्र के दौरान कई बार वसुंधरा राजे को लेकर चर्चा हुई और कांग्रेस ने राजे के बहाने बीजेपी को आड़े हाथों लिया. सदन में राजे के बैठने की सीट से लेकर भजनलाल को सीएम पद से हटाने तक की बातें तंजनुमा लहजे में कही गई.
अंतर्कलह पर याद आती है वसुंधरा!
बीते दिनों विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बैठने की जगह को लेकर सवाल उठे और ये चिंता जाहिर करने वाले कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा थे जहां उन्होंने सत्ता पक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आप हमारी पार्टी में अंतर्कलह की बात कर रहे हो आपने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा जी को ना तो सत्ता पक्ष में बैठाया और ना विपक्ष में उनको बीच में कहीं निर्दलीय विधायकों के साथ बैठा रखा है.
डोटासरा ने कहा कि ये करना एक पूर्व सीएम का अपमान है लेकिन बीजेपी को शर्म तक नहीं आई. राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए डोटासरा ने आगे कहा कि बीजेपी की बैठकों में पूर्व सीएम राजे को बुलाया तक नहीं जाता है और दो बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्हें पार्टी ने साइड लाइन कर दिया है.
सिविल लाइंस में रात में कई नेता दिखते हैं – जूली
वहीं मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी विधानसभा में नाम लिए बिना वसुंधरा राजे का जिक्र किया. जूली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को आगाह करने के मजाकिया अंदाज में कहा कि मुख्यमंत्री जी आप तो ओटीएस में रहते हैं और आपको पता नहीं कि सिविल लाइन के एक बंगले के आसपास कौन-कौन नेता घूम रहे हैं, शायद वे आपको निपटाने के चक्कर में है.
जूली ने सीएम की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे उन्हें बता देंगे कि रात को सिविल लाइन में कौन-कौन घूम रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि वे सिविल लाइंस में रहते हैं और रात को वे अपने बंगले के बाहर टहलते हैं तो कई नेताओं को सिविल लाइन में घूमते हुए देखते हैं. बता दें कि जूली का इशारा सिविल लाइन के बंगला नंबर-13 की ओर था जहां पूर्व सीएम वसुंधरा राजे रहती है हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया.
अपनी-अपनी अंतर्कलह, अपने-अपने बचाव!
दरअसल राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही राजनीतिक दलों के बीच पिछले 3-4 सालों में अंतर्कलह देखी गई है जहां कांग्रेस में गहलोत-पायलट की टसल जगजाहिर है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी के अंदर खानों में राजे को लेकर अंदरूनी कलह की चर्चाएं लगातार होती रही है.
जानकारों का कहना है कि दोनों ही राजनीतिक दल अपनी कलह छुपाने के लिए बचाव में एक-दूसरे पर बयानबाजी करते हैं जहां पायलट के दरकिनार करने की चर्चा होते ही कांग्रेसी खेमे से वसुंधरा राजे का नाम लिया जाता है वहीं राजे का नाम आते ही बीजेपी की ओर से पायलट और 25 सितंबर 2022 का जिक्र होता है.