जयपुर। नगर निगम हेरिटेज (Nagar Nigam Heritage) में शुक्रवार को महापौर मुनेश गुर्जर के नेतृत्व में 50 पार्षदों ने अतिरिक्त आयुक्त राजेन्द्र वर्मा पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए उनके निलम्बन के लिए अपना इस्तीफा लिख दिया। महापौर समेत पार्षदों ने आरोप लगाया है कि राजेन्द्र वर्मा ने पार्षदों के वार्ड में अस्थायी सफाईकर्मी लगाने के प्रस्ताव पर साइन नहीं किए। जब महापौर ने साइन करने को कहा तो वे अभद्रता करने लगे। आरएएस के इस व्यवहार से नाराज पार्षदों ने उन्हें महापौर के ही कक्ष में बंद कर दिया और उन्हें निलम्बित करने की मांग करते हुए धरने पर बेठ गए।
रातभर महापौर और पार्षद अतिरिक्त आयुक्त वर्मा को निलम्बित करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे। मामले बढ़ता देख केबिनेट मंत्री महेश जोशी भी निगम मुख्यालय पहुंचे और दोनों पक्षों सुना। मंत्री जोशी ने गतिरोध नहीं टूटता देख मामले को उच्च स्तर पर ले जाने की बात कही। वहीं, अतिरिक्त आयुक्त राजेन्द्र वर्मा ने कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही फाइल पर साइन करने की बात कही। खबर लिखे जानेतक दोनों पक्ष अपनी बात पर अड़े हुए थे और महापौर के कक्ष में बैठे हुए थे।
इसलिए हुआ विवाद
नगर निगम के पार्षदों को उनके इलाकों में पांच अस्थायी कर्मचारी दिए जाते हैं। इसके लिए अतिरिक्त आयुक्त के निर्देशन में गठित टीम टेंडर प्रकिया निकालती है। पार्षदों का आरोप है कि राजेन्द्र वर्मा पिछले 15 से टेंडर पत्रावली पर साइन नहीं कर रहे हैं, जबकि क्षेत्र में मानसून को देखते हुए कर्मचारियों की आवश्यकता है। 15 दिन बाद शुक्रवार को 50 पार्षद महापौर के पास गए और टेंडर पत्रावली पर साइन कराने की बात कही। इस पर महापौर मुनेश गुर्जर ने अतिरिक्त आयुक्त वर्मा को अपने ऑफिस में बुलाया। वर्मा के नहीं आने पर सभी पार्षद उनके कक्ष में गए और उन्हें जबरन महापौर के कक्ष में ले आए। महापौर और पार्षदों ने आरोप लगाया कि अतिरिक्त आयुक्त वर्मा ने उनसे अभद्रता की और साइन नहीं करने की बात कही। इससे गुस्साए पार्षदों ने राजेंद्र वर्मा को कक्ष में बंद कर दिया।
इन लोगों का कहना है…
जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि दोनों पक्षों को सुना है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित स्तर पर बात पहुंचाई जाएगी। हेरिटेज निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि आयुक्त ने पार्षदों से अभद्रता की है। जो अधिकारी जन प्रतिनिधियों का सम्मान नहीं कर सकता, सरकार को ऐसे अतिरिक्त आयुक्त को तुरंत निलम्बित कर कड़ा संदेश देना चाहिए। नगर निगम हेरिटेज के अतिरिक्त आयुक्त राजेन्द्र वर्मा ने कहा कि पत्रावली को कमेटी के सामने रखा जाएगा, कमेटी के निर्णय के बाद ही साइन करूंगा।