जयपुर। वीरांगनाओं की लंबित मांगों को लेकर राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे सांसद किरोड़ी का आंदोलन शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी है। किरोड़ी पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं और परिजनों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं, सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरने को एक बार फिर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का समर्थन मिला है। मामले को लेकर पूर्व सीएम राजे ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार का शहीद स्मारक पर बैठी वीरांगनाओं को संवेदनशीलता से नहीं सुनना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को न सिर्फ उनकी मांगों को गंभीरता से सुनना चाहिए, बल्कि शहीदों का सम्मान करते हुए उनकी वीरांगनाओं के आंसू पोंछकर उन्हें संबल प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए।
पेपरलीक आंदोलन में भी समर्थन
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच करवाने समेत कई मांगों को लेकर किरोड़ी ने पहले भी 12 दिन तक जयपुर में धरना दिया था। इस आंदोलन को भी राजे का समर्थन मिला था। इसी तरह ट्वीट कर किरोड़ी के धरने का वसुंधरा राजे ने समर्थन किया था। राजे ने ट्वीट करते हुए कहा था कि किरोड़ी अकेले नहीं हैं, हम सब आपके साथ हैं। इसके बाद किरोड़ी ने अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों पर सवाल उठा दिए थे, जिसमें कहा था कि पार्टी के पदाधिकरी मुझसे मिलने आए थे। जब कहा था कि युवा मोर्चा प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन करेगा, लेकिन एक भी जगह आंदोलन नहीं हुआ। किरोड़ी ने कहा था कि जिस मुद्दे पर प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के नेतृत्व में भाजपा को खड़ा होना था। मुझे दुख है, उस मजबूती से पूनियां और बीजेपी खड़ी नहीं हुई। गौरतबल है कि पेपर लीक मामले के आंदोलन में 31 जनवरी को प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां भी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा के साथ किरोड़ी के आगरा रोड स्थित धरना स्थल पहुंचे थे।
धरना स्थल पर जलाए गए दीप
देश के लिए जीवन का बलिदान करने वाले शहीदों की याद में वीरांगनाओं ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए धरना स्थल पर शाम को दीपक जलाए। इस पर किरोड़ी ने कहा कि वीरों की पूजा व देश में वीरांगनाओं का सम्मान करने की अमर परंपरा है।
न्याय की मांग में अन्य नेताओं का साथ
शहीद जीतराम गुर्जर की पत्नी सुंदरी देवी, शहीद रोहिताश लाम्बा की पत्नी मंजू जाट, शहीद हेमराज मीना की पत्नी मधुबाला मीना और उनके परिजनों के साथ किरोड़ी धरने पर बैठे हैं। धरनास्थल पर पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा भी पहुंचे। शेखावत ने यहां कहा कि शहीदों की वीरांगनाओं को राजधानी जयपुर में शहीद स्मारक पर आकर सरकार व जनप्रतिनिधियों के किए वादों को पूरा करने के लिए धरना देना पड़ रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
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