Monsoon in Kerala : नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून ने अपने सामान्य समय से एक सप्ताह के विलंब के बाद गुरुवार को भारत में दस्तक दे दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मानसून के केरल आगमन की घोषणा की है। मौसम विज्ञानियों ने कहा था कि चक्रवात ‘बिपरजॉय’ मानसून को प्रभावित कर रहा है। केरल में इसकी शुरुआत मामूली होगी। इस बीच, केरल में मानसून प्रवेश के साथ ही कुछ हिस्सों में बरसात हुई। अब राज्य के नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अब राजस्थान में जुलाई के पहले हफ्ते में मानसून आने की संभावना है।
कभी जल्दी आया, कभी देरी से
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 150 वर्षों में के रल में मानसून की शुरुआत की तारीख भिन्न रही है, जो 1918 में समय से काफी पहले 11 मई को और 1972 में सबसे देरी से 18 जून को आया था। पिछले साल 29 मई को, 2021 में तीन जून को, 2020 में एक जून, 2019 में आठ जून और 2018 में 29 मई को के रल पहुंचा था। शोध से पता चलता है कि के रल में मानसून के आगमन में देरी का मतलब यह नहीं है कि उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की शुरुआत में देरी होगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि के रल में मानसून के आगमन में देरी भी इस मौसम के दौरान देश में कु ल वर्षा को प्रभावित नहीं करती। आईएमडी ने पहले कहा था कि मानसून में भारत में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है। वैसे, उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य या उससे कम बारिश होने की उम्मीद है।
राजस्थान में आमतौर पर 24 मई को होती है एंट्री
जयपुर। के रल में मानसून चार दिन देरी से पहुंचा है। वहीं, अरब सागर से उठे भयंकर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण अभी मानसून चार-पांच दिन और डिस्टर्ब रहेगा। हवा, नमी, रुख और गति सहित अगर मानसून का वातावरण बेहतर रहा तो जुलाई के पहले सप्ताह तक ही राजस्थान में मानसूनी बारिश शुरू होने की संभावना है।
वैसे, सामान्य तौर पर राजस्थान में 24 जून मानसून की एं ट्री डेट मानी जाती है। साल 2022 में के रल में 29 मई को मानसून आया था, जबकि 30 जून को राजस्थान में मानसून की एंट्री हुई थी। माना जा रहा है जून के अंतिम सप्ताह तक मध्यप्रदेश और जुलाई के पहले सप्ताह तक राजस्थान में मानसून का प्रवेश हो जाएगा।
प्रदेश की औसत बरसात है 415 एमएम
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के मानसून सीजन में जून से सितंबर तक औसत वर्षा 415 मिमी होने की संभावना है। साल 2022 में सामान्य से 37 फीसदी अधिक 595.9 बारिश हुई थी। जून में मानसून कमजोर था, लेकिन जुलाई और अगस्त में इसकी भरपाई करते हुए आगे निकल गया।