धौलपुर। बंदर बहुत शरारती जानवर है। ये जहां भी रहते है वहां आतंक मचा देते है। बंदरों के आतंक से लोग अक्सर परेशान रहते है। ये किसी भी पर हमला कर देते है। बहुत बार बंदरों के हमले के कारण लोगों की जान जाने की चली जाती है। लेकिन, धौलपुर में बंदरों के विपरित कुछ अलग ही देखने को मिला। यहां पर बंदरों ने एक महिला की जान बचा ली।
महिला को पानी में डूबता देख बंदरों के एक झुंड ने पानी में छलांग लगा दी और लगातार जोर जोर से चीखते रहे। वहां मौजूद अन्य लोगों ने आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे और महिला को पानी में डूबता देख उसे बचा लिया। यह घटना धौलपुर के मचकुंड सरोबर में मठ की है। जानकारी के अनुसार, दिहौली थाना क्षेत्र के इंद्रावली गांव निवासी उषा देवी पत्नी रामनिवास मंदिर में दर्शन करने के लिए गई थी। इसी दौरान मचकुंड सरोबर में मठ के पास उषा देवी का पैर फिसल गया और वह घाट पर गहरे पानी में गिर पड़ी।
महिला की साड़ी पकड़कर खींचा…
उषा देवी को डूबता देख बंदरों के एक झुंड ने पानी में छलांग लगा दी और लगातार जोर जोर से चीखते रहे। बंदरों को आवाज सुनकर लोगों ने वहां देखा कि 4-5 बंदर उस महिला को बचाने के लिए पानी में कूदे हुए थे और एक-दो बंदर तो महिला की साड़ी को पकड़कर खींचने में लगे। लेकिन, बंदरों से महिला खिंच नहीं पा रही थी। वहीं मठ के पास भूतेश्वर महादेव पर जहां अभिषेक चल रहा था।
वहां मौजूद लोगों ने मचकुंड घाट पर अजीब सी शोर पुकार सुनी तो घटनास्थल पर पहुंचे। वहां जाकर देखा तो उषा देवी पानी में डूब रही थी और बंदर उसे बचाने के लिए कूद गए। लोगों ने महिला को डूबता देख इसकी जानकाी स्थानीय पुलिस को दी। सूचना पर मचकुंड चौकी के हैड कांस्टेबल कृष्ण अवतार मौके पर पहुंचे और महिला को बाहर निकाला।
हैड कांस्टेबल कृष्ण अवतार ने बताया कि एक महिला के पानी में डूबने की सूचना मिली थी। मैं और साथी कांस्टेबल जयपाल बंदरों का शोर सुन मचकुंड की तरफ गए तो वहां एक महिला को पानी में डूबते देखा। वे जब मौके पर पहुंचे तो जोर-जोर से बंदर चीख रहे थे। वहीं एक-दो बंदर पानी में महिला के आसपास थे। बंदर महिला की साड़ी पकड़कर उसे बाहर तक ले आए थे। अगर बंदर पानी में तुरंत नहीं कूदते और चीखते नहीं तो महिला पानी में डूब जाती। इसके बाद वे तुरंत पहुंचे और महिला को पानी से बाहर निकाला। बाद में महिला से जानकारी लेकर परिजनों को सूचित किया गया।
बंदरों के कारण बची महिला की जान…
महंत कृष्णादास ने बताया कि भगवान की असीम कृपा थी कि महिला के डूबने का बंदरों को पता चल गया। वाकई बंदरों के कारण महिला की जान बच सकी। घटना की जानकारी जब लोगों को पता चली तो वे मौके पर पहुंचे और प्रभु श्रीराम की लीला को देखकर हतप्रद रह गए।