जयपुर। दिवाली के बाद छठ पूजा का त्योहार है। दिल्ली-मुंबई-सूरत और जयपुर जैसे शहरों में बिहार और यूपी जाने वालों यात्रियों की रेलवे स्टेशनों पर भीड़ है। स्टेशन पहुंच गए तो प्लेटफॉर्म पर पैर रखने की जगह नहीं है। ट्रेनें फुल हैं, ऐसे में बोगी में घुसने की मारामारी है। गुरुवार को ऐसी ही हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई।
दरअसल, गुरुवार को अवध असम एक्सप्रेस में पत्नी के साथ स्लीपर कोच में सवार असम जा रहे युवक को अधिक भीड़ होने के कारण सांस लेने में दिक्कत हो गई, लेकिन ट्रेन के हापुड़ पहुंचने से पहले ही युवक ने दम तोड़ दिया। जीआरपी ने शव को हापुड़ स्टेशन पर उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान के जोधपुर निवासी ललित कुमार पुरोहित अपनी पत्नी जग्गी के साथ अवध असम एक्सप्रेस के कोच संख्या एस-4 में सवार होकर अपनी ससुराल असम के डिबरूगढ़ जा रहे थे। उनकी पत्नी ने बताया कि बीती रात वह अपने घर से अपने बीमार भाई को देखने के लिए निकले थे।
जैसे ही सुबह ट्रेन दिल्ली रेलवे स्टेशन से चली तो यात्रियों को भीड़ बढ़ गई। पत्नी ने बताया कि ट्रेन के कोच में इतनी भीड़ थी कि उनको अधिक परेशानी होने लगी। ललित को सांस की दिक्कत थी। ट्रेन के दिल्ली स्टेशन से निकलने के बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगी और सीने में दर्द होना शुरू हो गया। इसके बाद दर्द बढ़ता गया, जिसके कारण ललित बेहोश होकर गिर गया। इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद हापुड़ स्टेशन पहुंचने पर जीआरपी ने ललित कुमार को उतारकर अस्पताल पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। जीआरपी चौकी प्रभारी सर्वेश कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही चिकित्सक द्वारा बताया जा सकेगा।
बता दें कि छठ पूजा के त्योहार पर ये मारामारी हर साल दिखती है और तमाम नई ट्रेनों के ऐलान के बादजूद हर बार यही जंग जारी रहती है। चाहे शहर कोई भी हो, सभी का हाल एक जैसा है। बहुत से लोग अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेनों के दरवाजे पर लटक कर यात्रा कर रहे हैं।