Kota Student Suicide: राजस्थान में कोचिंग सिटी के नाम से फेमस कोटा शहर में छात्रों के सुसाइड थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. शहर की कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र अलग-अलग कारणों से लगातार अपनी जीवन लीला खत्म कर रहे हैं. ताजा मामला मंगलवार शाम का है जहां कोटा में एक और कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक देर शाम स्टूडेंट ने अपने कमरे के गेट के रोशनदान से साफी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
बताया गया है कि छात्र का नाम वाल्मीकि प्रसाद जांगिड़ (18) है जो बिहार के गया का रहने वाला था. वहीं मृतक छात्र करीब 7 महीने पहले की कोचिंग के लिए कोटा आया था. जहां छात्र महावीर नगर थर्ड इलाके में किराए के मकान में कमरा लेकर रहता था. इधर घटना के बाद शव को नए हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है और छात्र के परिजनों को सूचना दी गई है.
मालूम हो कि कोटा में इस साल अब तक 20 स्टूडेंट मौत को गले लगा चुके हैं. वहीं हाल में कोटा में हो रहे स्टूडेंट्स के सुसाइड पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चिंता जाहिर करते हुए दुख जताया था. वहीं बीते शनिवार को कोटा जिला प्रशासन की ओर से बैठक कर कोचिंग संस्थानों के लिए बनाई गई गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने का भी निर्णय लिया गया था.
6 महीने पहले छात्र आया था कोटा
वहीं घटना की जानकारी देते हुए महावीर नगर थाना ASI हरवीर ने बताया कि स्टूडेंट 6-7 महीने पहले ही कोटा आया था और यहां रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था. घटना के मुताबिक 15 अगस्त को कोचिंग में छुट्टी थी जहां स्टूडेंट दिनभर अपने कमरे से बाहर नहीं आया था और देर शाम जब उसके मकान मालिक ने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो गेट नहीं खोलने पर पुलिस को सूचना दी गई.
इसके बाद जब पुलिस ने रात 8 बजे मौके पर जाकर देखा तो कमरा अंदर से बंद था गेट तोड़ने पर स्टूडेंट फांसी पर लटका हुआ पाया गया. पुलिस के मुताबिक छात्र ने गेट के रोशनदान से साफी लगाकर गले में फंदा बनाया था. अभी तक पुलिस को स्टूडेंट के कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है.
8 महीने में 20 सुसाइड
गौरतलब है कि कोटा में तैयारी करने वाले छात्रों के सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं जहां पिछले 8 महीने में 20 स्टूडेंट सुसाइड कर चुके हैं. वहीं अगस्त महीने में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड यह चौथी घटना है.
बीते दिनों कोटा में हो रहे सुसाइड पर सीएम गहलोत ने कहा था कि मैं इन घटनाओं को देखकर काफी दुखी हूं. सीएम ने कहा कि मैं छात्रों के परिजनों से भी कहना चाहता हूं कि उन पर किसी तरह का दबाव ना डालें और वो जो बनना चाहते हैं वो बनने दें.