Ajmer: अजमेर रेंज आईजी रूपिंदर सिंघ ने आदेश जारी कर दरगाह थानाधिकारी अमर सिंह को लाइन हाजिर और एएसआई राजाराम यादव को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। दुराचार के मामले में फाइल में अनियमितता के चलते आईजी सिंघ ने यह कार्रवाई की है। एएसआई राजाराम यादव के खिलाफ ट्रेन में टीटीई से अभद्रता करने के मामले में भी जांच चल रही है।
दुराचार मामले में थानाधिकारी को टीटीई से ASI की भिड़ंत का मामला
अजमेर पुलिस रेंज के मुखिया आईजी रूपिंदर सिंघ ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि दुराचार के मामले में अनियमितता बरती जा रही है। ऐसे में उन्होंने फाइल को तलब किया तो उसमें गंभीर कमियां पाई गई। जहां ASI राजाराम यादव ने परिवाद मिलने के एक माह बाद तक उस परिवाद पर कोई कार्रवाई नहीं की। बाद में पीड़िता ने न्यायालय के जरिए जनवरी माह में मुकदमा दर्ज करवाया, इस मुकदमे में भी चार माह बाद तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ASI राजाराम यादव इसी मामले की तफ्तीश के लिए मुम्बई गया था लेकिन आरोपी की ना तो गिरफ्तारी हुई और ना ही कोई ठोस कार्रवाई की। सिर्फ बयान लेकर ASI राजाराम वापस लौट आया। इसलिए फाइल में कमियां पाए जाने पर ASI राजाराम यादव को निलंबित कर दिया गया है। तो दरगाह थानाधिकारी अमर सिंह को लाइन हाजिर किया है। इस मामले में जांच दरगाह सीओ को सौंपी गई है। जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
टीटीई से भिड़ंत का विडियो हुआ था वायरल
अजमेर बांद्रा ट्रेन में सीट के विवाद को लेकर एएसआई राजाराम और टीटीई भिड़ गए थे। इसके विडियो भी वायरल हुए। यात्रियों तक ने एएसआई राजाराम पर शराब के नशे में टीटीई के साथ ही यात्रियों के साथ भी बदसलूकी और गाली गलौज करने तक के आरोप जड़े थे। इस मामले में टीटीई ने राजकार्य में बाधा का मुकदमा भी दर्ज करवाया था तो वहीं एएसआई राजाराम की ओर से टीटीई के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज करवाया था। इस मामले में अजमेर एसपी चूनाराम जाट ने जांच भी शुरू करवाई थी। इसकी जांच आईपीएस सुशील बिश्नोई कर रहे हैं।
(रिपोर्ट- नवीन वैष्णव)