जोधपुर। अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने राजस्थान के कई जिलों में जमकर कहर मचाया। बाड़मेर, जोधपुर, सिरोही और जालोर में तूफान के कारण तेज बारिश से जनजीवन अस्त वयस्त हो गया। कई जिलों में तूफान के बाद बाद मौसम सुहावना हो गया। सुहावने मौसम में जोधपुर के लोग तीन दिनों में 1 करोड़ रुपए का यहां का विश्व प्रसिद्ध मिर्ची खा गए।
बिपरजॉय चक्रवात तूफान के बाद जोधपुर शहर में मिर्ची बड़ों के व्यापार और नमकीन व्यवसाय एकदम से बढ़ गया। मौसम के बदले मिजाज के बीच जोधपुर शहर के मिर्ची बड़ों की पारंपरिक दुकानों पर जबरदस्त भीड़ उमड़ दिख रही है। पिछले तीन दिन से मौसम सुहावना होने, बारिश होने और ठंडी हवाएं चलने से बने मौसम के बीच जोधपुर शहरवासियों ने जमकर मिर्ची बड़ा खाया। बताया जा रहा है कि जोधपुरवासी तीन दिन में एक करोड़ रुपए से ज्यादा के मिर्ची बड़े खा गए।
बारिश के मौसम में शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार सुबह तक रोजाना लाखों के मिर्ची बड़े बिके और खाए गए। शुक्रवार और शनिवार को ही जोधपुर में मिर्ची बड़ों का आंकड़ा 60 लाख के पार कर गया था। वहीं बीते दिन यानी रविवार को एक ही दिन में करीब 40 लाख रुपए से ऊपर के मिर्ची बड़े बिके और सोमवार सुबह से भी दुकानों पर भीड़ लगी है।
विश्व प्रसिद्ध है जोधपुर का मिर्ची बड़ा…
जोधपुर शहर अपने मिर्ची बड़ों के लिए देश-विदेश में अलग ही पहचान रखता है। मिर्ची बड़ों की शुरुआत इसी शहर से हुई थी। जोधपुर के लोगों के लिए मिर्ची बड़ों के लिए खास मायने रखता है। जोधपुर में एक मिर्ची बड़ा 20 से 25 रुपये के हिसाब से बिकता है और इन तीन दिनों में तकरीबन एक करोड़ के पार इसकी बिक्री का आंकड़ा हो गया है, जबकि आम दिनों में यहां 60 से 70 हजार के मिर्ची बड़े की ही बिक्री होती है।
तीन दिनों में मिर्ची बड़ा खरीदने के लिए उमड़ी भीड़…
जोधपुर शहर में तीन दिनों में भारी भीड़ देखने को मिली है। मौसम सुहाना होते ही जोधपुर की नामचीन नमकीन की दुकानों और स्वीट, हलवाई शॉप्स पर लोगों की भीड़ लग गई। वहीं कई दुकानों पर मिर्ची बड़ा खरीदने के लिए लोगों की कतारें देखने को मिली। लोग मिर्ची बड़े के पावे कढ़ाई से उतरने का इंतजार करते हुए दुकानों के बाहर हाथों में कैश लेकर खड़े नजर आ रहे हैं। जोधपुर में नामचीन शॉप के दुकानदारों ने बताया कि इस मौसम को देखते हुए हमने आलू, प्याज और हरी मिर्च पहले से ही मंडी से बल्क और थोक में ज्यादा मात्रा में मंगवाए थे, ताकि इस मौसम में लोगों को मिर्ची बड़े से वंचित नहीं रहना पड़े।
तूफान के बाद जैसे ही मौसम सुहाना हुआ शहर वासी बाहर निकले और मिर्ची बड़ा खाने के लिए खरीदने वालों की भीड़ लग गई। सुबह से शाम होते-होते पहले और दूसरे दिन लाखों की और तीसरे दिन शहर में मिर्ची बड़ों की बिक्री एक करोड़ रुपये के पार पहुंच गई।