जयपुर: ‘मेरा जहाज में बैठकर पशुपतिनाथ के दर्शन करने का सालों पुराना सपना आज सच होने जा रहा है’ ये कहना था जयपुर की रहने वाली 74 वर्षीय रुक्मणी देवी का जिनकी आंखों में खुशी के आंसू थे और जुबां पर राजस्थान की गहलोत सरकार को बस धन्यवाद. दरअसल राजस्थान सरकार की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत विदेश तीर्थ यात्रा का पहला जत्था शुक्रवार को जयपुर एयरपोर्ट से रवाना हुआ जहां पहले जत्थे में श्रीगंगानगर के 100 बुजुर्ग पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए निकले जहां हर किसी की आंखें नम थी.
तीर्थ यात्रा पर निकले लोगों को मंगलकामना देते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की आंखों से छलके खुशी के ये आंसू भावुक करते हैं और राज्य सरकार की वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्री योजना द्वारा भारत से बाहर तीर्थयात्रा हमारे लिए सेवा एवं सौभाग्य की बात है.
गहलोत ने लगाए बीजेपी पर आरोप
वहीं सीएम गहलोत ने कहा कि 2013 में जब पिछले कार्यकाल में हमनें यह योजना शुरू की तो एक साल में ही 41,390 वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाई थी परन्तु बीजेपी सरकार दिसंबर 2013 से 2018 तक के 5 साल में 47,742 तीर्थयात्रियों को ही यात्रा करवा सकी.
सीएम ने कहा कि 2 साल तक कोविड के कारण यात्रा बन्द रहने के बावजूद हमनें 50,000 वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थयात्रा का लक्ष्य रखा है. इधर बता दें कि शुक्रवार को पशुपतिनाथ के लिए निकले यात्रियों ने दोपहर 2 बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से नेपाल की उड़ान भरी. जानकारी के मुताबिक सभी यात्रियों ने शनिवार सुबह पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन किए.
यात्रियों की सुविधा के लिए अधिकारी अलर्ट
बता दें कि वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा में किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए सुविधाओं के लिए सरकार ने अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा है. वहीं बीते शुक्रवार को देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने श्रीगंगानगर के इन 100 वरिष्ठ नागरिकों को बसों में बिठाया हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और सभी से हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया.
वहीं वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना- 2023 के तहत नेपाल के काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन के लिए पहली हवाई यात्रा का शुभारंभ कार्यक्रम जलमहल, आमेर रोड स्थित बलदेव परशुराम धर्मशाला में आयोजित किया गया था. गौरतलब है कि इस साल इस योजना के तहत तीर्थ स्थलों के दर्शनों के लिए 36000 ट्रेन से और 4000 वरिष्ठ नागरिक हवाई यात्रा करेंगे.