सतना। मध्यप्रदेश के सतना में 11 साल की मासूम के साथ दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया गैंगरेप जैसी दरिंदगी करने के मामले में आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला है। शनिवार सुबह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम दोनों के घर पहुंची और मकान तोड़ने की कार्रवाई की। शुक्रवार को घटना सामने आने के बादमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि सतना से करीब 60 किमी दूर मैहर के पास स्थित एक गांव में नाबालिग लड़की से 2 दरिंदो ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। 2 युवकों ने नाबालिग लड़की को पहाड़ी पर ले जाकर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी। जब खून से लथपथ होकर पीड़िता शुक्रवार सुबह अपने घर पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे।
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने रवींद्र कुमार रवि और अतुल बढ़ौलिया के तौर पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
जख्मी हालत में घर पहुंची लड़की ने परिजनों को आपबीती सुनाई। जिसके बाद परिजन उसे पहले मैहर के अस्पताल ले गए। बाद में उसे रीवा के अस्पताल में रेफर किया गया। दोनों आरोपी मैहर के शारदा माता मंदिर की प्रबंध समिति के कर्मचारी थे, जिन्हें मामला सामने आने के बाद नौकरी से निकाल दिया गया है।
बड़ी संख्या में प्रशासन की टीम अतिक्रमण तोड़ने पहुंची…
शनिवार सुबह भारी पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी आरोपी रवींद्र चौधरी के उदयपुर स्थित घर पहुंचे। वहां मकान को तोड़ने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है। मन पीड़ा से भरा हुआ है। व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए। पुलिस ने शुक्रवार को ही दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं सीएम गहलोत ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए।
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शारदा मंदिर समिति ने दोनों को हटाया…
मामला सामने आने के बाद शारदा देवी मंदिर प्रबंध समिति ने दोनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। प्रशासक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दोनों कर्मचारियों की वजह से मंदिर समिति की छवि धूमिल हुई है। रवींद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से मंदिर समिति कार्य से और अतुल बढ़ोलिया को मां शारदा वन विभाग गौशाला कार्य से पृथक किया जाता है।