Rahul Gandhi in Rajasthan: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए दफ्तर की नींव रखी गई जहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी जयपुर के मानसरोवर में नए कांग्रेस कार्यालय का शिलान्यास किया. वहीं शिलान्यास कार्यक्रम से पहले राहुल ने महारानी कॉलेज में छात्रों से मुलाकात की और वहां से स्कूटी पर सवार होकर सभा स्थल पहुंचे.
वहीं कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की मांग दोहराते हुए बीजेपी पर ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया. वहीं गहलोत सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए राहुल ने कहा कि हमनें जो किया वो करके दिखाया है.
राहुल ने कहा कि बीजेपी वाले 10 साल तक महिला आरक्षण बिल को लटकाना चाहते हैं और हम ओबीसी महिलाओं को आरक्षण देना चाहते हैं और हमारी मांग है कि महिला आरक्षण आज से ही लागू हो. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जातिगत जनगणना से डरते हैं.
‘अडानी के नाम से डरता है बीजेपी कार्यकर्ता’
राहुल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज मेरे सामने हजारों बब्बर शेर एक साथ बैठे हुए हैं, जहां चारों तरफ मोहब्बत, इज्जत और सम्मान है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहने मैंने लोकसभा में अडानी मामले पर भाषण दिया जिसके बाद मेरी संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई, पहली बार देश में मानहानि के केस में मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द करती, क्योंकि उन्हें डर लगता है.
उन्होंने कहा कि कोई भी बीजेपी का कार्यकर्ता अगर आपके सामने आए और उसके सामने अडानी का नाम ले लो वो अपने आप भाग जाएगा, उससे पीएम मोदी और अडानी के बीच में क्या रिश्ता है पूछ लो वो डर जाएगा.
राहुल ने कहा कि मैंने अडानी मामले में जिस दिन प्रेस कांफ्रेंस की थी उसके अगले दिन ही विशेष सत्र बुला लिया गया जहां महिला आरक्षण बिल नहीं देश का नाम बदलने की बात चल रही थी लेकिन देश का नाम बदलने की चर्चा होने पर इनको पता चल गया कि जनता इन्हें स्वीकार नहीं करेगी तो फिर महिला आरक्षण आ गया.
‘महिला आरक्षण अभी लागू हो’
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल को हमारा और इंडिया गठबंधन का पूरा समर्थन है, ये राजीव गांधी का सपना था लेकिन ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण, जातिगत जनगणना और परिसीमन के मुद्दे पर इसे उलझा दिया गया है.
राहुल ने कहा कि महिला आरक्षण देने के लिए आज ही लोकसभा-विधानसभा की 33 फीसदी सीटें दी जा सकती है जिसके लिए परिसीमन की जरूरत नहीं है, लेकिन बीजेपी वाले 10 साल तक महिला आरक्षण बिल को लटकाना चाहते हैं और हम ओबीसी महिलाओं को आरक्षण देना चाहते हैं.
‘एक्स-रे है जातिगत जनगणना’
राहुल ने कहा कि देश को 90 लोग चलाते हैं, आज के हिंदुस्तान को विधायक और सांसद नहीं चलाते हैं, आज देश को पीएम 90 अफसरों के साथ चलाते हैं जो केंद्र सरकार के सचिव है जो देश को चलाते हैं. उन्होंने कहा कि जो इस देश की सरकार को चलाते हैं लेकिन इनमें सिर्फ 3 लोग ओबीसी समुदाय से आते हैं और ये 3 लोग देश के सिर्फ 5% बजट पर फैसला लेते हैं.
उन्होंने कहा कि संसद में देश में किस समाज के कितने लोग हैं, ओबीसी और एससी-एसटी कितने हैं, इसका जवाब जातिगत जनगणना से ही मिल सकता है लेकिन जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाते ही मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की गई.
राहुल ने कहा कि बीजेपी नहीं चाहती कि देश की जनता को पता चले कि देश की सरकार को जो 90 लोग चला रहे हैं उनमें से 3 लोग ओबीसी समुदाय से हैं. राहुल ने पूछा कि देश में क्या ओबीसी की आबादी 5 फीसदी है, लेकिन असल आंकड़े कोई नहीं जानता है. जातिगत जनगणना एक्स-रे जिससे पूरा चिट्ठा सामने आ जाएगा और एक्स-रे के बाद ही इलाज किया जा सकता है. ओबीसी की भागीदारी बिना जातिगत जनगणना के संभव ही नहीं है.