जयपुर: राजधानी में 3 दिन पहले हुए एक युवक के अपहरण और उसकी हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. जानकारी के मुताबिक सांगानेर थाना इलाके में गुरुवार सुबह 4 बजे द्रव्यवती नदी में बोरे में बंद एक लाश मिलने से सनसनी फैल गई. दरअसल तीन दिन पहले किडनैप हुए सरस डेयरी कर्मचारी हनुमान मीणा का शव पाया गया था जिसके अपहरण के बाद बदमाशों ने उसके परिजनों को वीडियो कॉल कर 1 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की.
अब इस मामले में एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने खुलासा कर दिया है जहां युवक हनुमान मीणा के अपहरण और हत्या मामले में सांगानेर थाना पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मालूम हो कि बदमाशों ने युवक का किडनैप करने के बाद उसके परिजनों को 25 मई तक का अल्टीमेटम देते हुए रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी.
बता दें कि इधर, युवक का शव मिलने के बाद पुलिस ने सांगानेर थाना इलाके में एक फ्लैट में दबिश देकर 7 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी जिसके बाद पुलिस ने बताया कि यह पूरी तरह से फिरौती और अपहरण का मामला था जहां मुख्य साजिशकर्ता मृतक युवक का परिचित था और उसका घर आना-जाना लगा रहता था. वहीं बिश्नोई ने बताया कि युवक की डेढ़ से दो महीनों से अपहरण की योजना बनाई जा रही थी और आरोपियों ने जयपुर में घर होते हुए भी फ्लैट सिर्फ अपहरण के लिए ही किराए पर लिया था.
दोस्त ही निकला मुख्य साजिशकर्ता
बिश्नोई ने जानकारी दी कि मृतक युवक हनुमान मीणा का बचपन का दोस्त ही मुख्य सूत्रधार निकला. वहीं पुलिस ने हत्या की वारदात में शामिल बृजभान सिंह, योगेंद्र सिंह और दिवाकर टांक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों में से योगेंद्र सिंह ने 22 मई को हनुमान को फोन कर घर से नीचे बुलाया था और फिर प्लानिंग के तहत वहीं से अपहरण कर लिया था.
इसके बाद अपहरण के अगले दिन आरोपियों ने वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा. इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अपहरण के दौरान मुंह ढकने के लिए जो मेडिकल टेप लगाई उससे दम घुटने से पीड़ित की मौत हो गई.
वॉट्सऐप पर मांगी थी फिरौती
बता दें कि तीनों बदमाशों ने युवक हनुमान का 22 तारीख को अपहरण करने के बाद रात 10 बजे उसके परिजनों को वीडियो कॉल कर उसे दिखाया था जिसमें वह कच्छा-बनियान पहने लेटा हुआ था. वहीं इसके बाद आरोपियों इसी के बाद उन्होंने वीडियो कॉल कर फिरौती मांगी थी.