ब्यावर। राजस्थान के ब्यावर जिले में कुएं में डूबने से विवाहिता और उसके दो बच्चों की मौत हो गई। मवेशी चराते समय दोनों बच्चे खदान के गड्ढे में पीने के लिए पहुंचे। पानी पीने के दौरान बेटे का पैर फिसल गया और वह कुएं में जा गिरा।
वहीं भाई को पानी में गिरता देख बहन ने बचाने के लिए पानी में कूद गई। वहीं दोनों बच्चों को बचाने के चक्कर में महिला ने कुएं में छलांग लगा दी। घटना के समय अन्य कोई सदस्य मौजूद नहीं होने के कारण तीनों की मौत हो गई। यह घटना ब्यावर जिले के बार थाना क्षेत्र के सदाभोज का बाड़िया गांव की है।
जानकारी के अनुसार, बार थाना क्षेत्र के गांव सदाभोज का बाड़िया निवासी अनिता देवी (30) बेटा प्रदीप और और दिव्याशी (8) अपने खेत पर थे। वहीं प्रदीप और दिव्यांशी खेत पर मवेशी चरा रहे थे। इस दौरान दोनों बच्चों को प्यास लगी और वो पानी पीने के लिए खदान के गड्ढे पर जा पहुंचे। इसी दौरान प्रदीप का पैर फिसल गया और वह पानी में जा गिरा।
भाई प्रदीप को पानी में डूबता देख बहन दिव्यांशी ने बचाने के लिए पानी में कूद गई। दोनों बच्चों की चिल्लाने की आवाज सुनकर मां मौके पर पहुंची। बच्चों को पानी में डूबता देख मां ने भी खदान के गड्ढे में छलांग लगा दी।
खदान के गड्ढे में गहरा पानी होने की वजह से मां अपने बच्चों को भी नहीं बचा पाई और स्वयं भी अकाल मौत का शिकार हो गई। काफी देर बाद जब बच्चा और मां खेत पर नजर नहीं आई तो परिजन खेत पर पहुंचे और आसपास तलाश किया। इसी दौरान कुएं की मुंडेर के पास एक चप्पल की जोड़ी पड़ी हुई थी।
परिजनों ने खदान के गड्ढे में झांक कर देखा तो बच्चे और मां कुएं में पड़े थे। इसके बार परिजनों ने ग्रामीणों की सूचना दी। जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से परिजनों ने तीनों को खदान के गड्ढे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी बार थाना पुलिस को दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेकर राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मोर्चरी पहुंचाया। जिसके बाद मंगलवार सुबह एकेएच पहुंचे बार थाने के दीवान विजेन्द्रसिंह ने परिजनों की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पंचनामा तैयार कर तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शवों अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मां और दो बच्चों की मौत के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है।