जय़पुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सोमवार को उज्जवला और बीपीएल रसोई गैस के 14 लाख कनेक्शनधारियों को बड़ी राहत देते हुए इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना के तहत सब्सिडी के 60 करोड़ रुपए उनके खाते में ट्रांसफर किए जहां सीएम ने राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में एक बटन दबाकर महज 2 मिनट में लाभार्थियों को पैसे भेजे लेकिन बीजेपी ने इस पर तीखे सवाल उठाए हैं. बीते सोमवार को जहां नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार के सब्सिडी देने के पीछे की वजह राज्य में खिसकते जनाधार को बताया.
वहीं अब बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस सरकार पर सभी गरीबों को सस्ता सिलेंडर नहीं देने की नियत रखने का आरोप लगाया है. जोशी ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार ने राज्य को 76 लाख गरीब लोगों का डेटा दिया फिर भी सरकार ने सब्सिडी की राशि सिर्फ 14 लाख लोगों को ही क्यों भेजी?
वहीं जोशी ने मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों पर कहा कि केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत सरकार को 76 लाख लोगों का डेटा उपलब्ध करवा दिया है लेकिन यह समझ नहीं आ रहा कि मुख्यमंत्री लगातार इस बात के लिए मना क्यों कर रहे हैं. इसके साथ ही जोशी ने गहलोत सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए.
गरीबों को सस्ता सिलेंडर देने की नहीं है नियत : जोशी
जोशी ने कहा कि कांग्रेस के 2018 के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि गैस सिलेंडर की कीमतों पर नियंत्रण के लिए प्रयास किए जाएंगे लेकिन साढ़े चार साल तक कांग्रेस को अपना वादा याद नहीं आया और अब चुनावी साल में सरकार की सभी गरीबों को सस्ता सिलेंडर देने की नियत नहीं है. जोशी ने सवाल उठाते हुए पूछा कि केंद्र सरकार ने 76 लाख गरीब लोगों का डेटा राज्य सरकार को दिया है लेकिन सरकार सब्सिडी राशि केवल 14 लाख लोगों को ही क्यों दे रही है.
‘ईडी के एक्शन से कांग्रेस के पेट में क्यों दर्द’
जोशी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग का मुद्दा उठाते हैं लेकिन पेपर लीक के मामलों में ईडी की कार्रवाई पर कांग्रेस के पेट में क्यों दर्द होने लगा है. उन्होंने कहा कि पेपर लीक से प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है और अब तक किसी भी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. जोशी ने आगे कहा कि पिछले साढे चार साल से कांग्रेस जनता के बीच कहीं नहीं दिखी और इनके नेता अपने घरों से बाहर तक नहीं निकले.