Corruption in Judiciary : जयपुर। ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा कि इनको खुद की सरकार में हो रहा भ्रष्टाचार नजर नहीं आता है और न्यायपालिका पर सवाल खड़े कर रहे है। गहलोत के बयान पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि वाह मुख्यमंत्री जी वाह…आपको खुद की सरकार में हो रहा भ्रष्टाचार नजर नहीं आता और आप न्यायपालिका पर भ्रष्टाचार को लेकर सीधा हमला कर रहे हैं।
बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि संविधान के तीसरे स्तंभ के रूप में न्यायपालिका को कई व्यापक अधिकार संविधान में मिले हैं। संविधान के आर्टिकल 121 व 211 के अनुसार राज्य की विधायिका सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और अधीनस्थ न्यायालयों के किसी भी न्यायाधीश के आचरण और कर्तव्य के बारे में कोई टीका टिप्पणी नहीं कर सकती है। इससे बड़े दुर्भाग्य की बात क्या होगी कि खुद संवैधानिक पद पर आसीन बयानवीर मुख्यमंत्री गहलोत अब न्यायपालिका को ही कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने भी गहलोत पर किया पलटवार
वहीं, ज्यूडिशियरी को लेकर दिए बयान पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भी गहलोत पर पलटवार किया। सीपी जोशी ने कहा कि ज्यूडिशियरी, संविधान और केंद्र सरकार पर दिया बयान उनकी हताशा, चुनाव में अपनी हार और अपनी सरकार की गलतियों को छिपाने व जनता को गुमराह करने का उद्देश्य मात्र है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति का न्यायपालिका पर इस तरह का बयान यह दर्शाता है कि संविधान और देश की न्याय व्यवस्था में इनका कोई विश्वास नहीं है। सीएम प्रदेश की कानून व्यवस्था को संभालने में विफल रहे हैं।
सीएम गहलोत ने दिया था ये बयान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा था कि आज ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है। मैंने सुना है कि कई वकील तो जजमेंट लिखकर ले जाते हैं, वही जजमेंट आता है। ज्यूडिशियरी के अंदर यह क्या हो रहा है? चाहे लोअर ज्यूडिशियरी हो या अपर। हालात गंभीर हैं। देशवासियों को सोचना चाहिए।
सीएम गहलोत ने मीडिया से कहा कि मेरी सिफारिश से भी जज बनने वालों से मैंने जिंदगीभर बात नहीं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स बिना असेसमेंट किए हुए लोगों के घरों में घुस रही है। आपकी अंतरात्मा, आपका परिवार, आपका जमीर, क्या इसकी गवाही दे रहा है? गहलोत ने कहा कि आरएसएस अपने चाल, चरित्र, चेहरे की बात करता था। ये खुद कहते थे कि हम अलग हैं। आज उनका चाल, चरित्र, चेहरा कहां चला गया? उन्होंने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होते हैंतो भी हम पूरी तरह तैयार हैं। केंद्र की सरकार कुछ भी करवा सकती है।