जयपुर: राजस्थान में सरकार के नए जिलों की घोषणा करने के बाद भी नाराजगी के सुर अभी तक नहीं थमे हैं जहां पूर्व विधायक गुरुचरण छाबड़ा की बहू और शराबबंदी आंदोलन की अगुवा पूजा छाबड़ा सूरतगढ़ को नया जिला बनाने की मांग पर पिछले 50 दिनों से अनशन कर रही है. वहीं बीते रविवार को पूजा की तबियत खराब होने के बाद उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां शुक्रवार को आरटीडीसी चैयरमेन धर्मेंद्र राठौड़ ने पूजा से मुलाकात की.
वहीं अब छाबड़ा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अपना अनशन खत्म कर दिया है. मालूम हो कि पूजा छाबड़ा पूर्व विधायक गुरुचरण छाबड़ा की बहू है जो 2015 में राजस्थान में शराब बंदी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे जहां उनकी मौत हो गई थी. पूजा छाबड़ा अपने आंदोलनों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती है.
दरअसल राजस्थान में पूजा छाबड़ा ने शराबबंदी को लेकर लगातार आंदोलन छेड़ रखा है जहां वह पूर्ण शराब बंदी को लेकर अपनी आवाज उठाती रहती है. वहीं शराबबंदी को लेकर छाबड़ा इससे पहले भी कई बार अनशन कर चुकी है.
शराबबंदी को लेकर खोला था मोर्चा
बता दें कि राजस्थान सरकार को कई मौकों पर चुनौती देने वाली पूजा छाबड़ा राजस्थान को नशा मुक्त करने के मिशन पर है जहां वह अलग-अलग जिलों में जाकर कई बार धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल कर चुकी है. वहीं पूजा शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है. पूजा के ससुर पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा भी शराब बंदी को लेकर आखिरी दिनों तक आंदोलन करते रहे और 2015 में उनकी भूख हड़ताल पर बैठने के दौरान मौत हो गई थी.
लाखों युवाओं को दिलाई शपथ
वहीं पूजा ने नशा छोड़ने को लेकर अब तक 15 लाख से अधिक युवाओं को शपथ दिलवाई है और वह पिछले 5 सालों से नशा मुक्ति को लेकर आंदोलन कर रही है. पूजा का कहना है कि राजस्थान को नशा मुक्त बनाना उनका एक लक्ष्य है. पूजा राजस्थान के कई जिलों में घूम-घूमकर लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करती है.
सरकार चलाएगी स्व. गुरुशरण छाबड़ा जन जागरुकता अभियान
वहीं हाल में गहलोत सरकार ने स्व. गुरुशरण छाबड़ा के नाम से स्व. गुरुशरण छाबड़ा जन जागरुकता अभियान चलाए जाने की घोषणा की जिसके मुताबिक राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में आम जन को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया जाएगा. मालूम हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में प्रदेश में नशा मुक्ति और शराब बंदी के लिए सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले पूर्व विधायक स्व. गुरुशरण छाबड़ा के नाम पर प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाने की घोषणा की थी जिसके लिए अब 5 करोड़ की राशि भी तय की गई है.