जयपुर। देशभर में मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने का सिलसिला लगातार जारी है। उदयपुर के 400 साल पुराने जगदीश मंदिर (Jagdish Temple) में ड्रेस कोड लागू करने को लेकर हुए विवाद के बीच अब राजधानी जयपुर के झारखंड महादेव मंदिर (Jharkhand Mahadev Mandir) में छोटे कपड़ों पर बैन लगाया गया है। हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाईट सूट, कटी-फटी जींस, फ्रॉक आदि कपड़े पहनकर आने पर झारखंड महादेव मंदिर श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। श्रद्धालुओं को जानकारी देने के लिए मंदिर के मुख्य गेट पर एक पोस्टर भी लगाया गया है, जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि मंदिर में आने वाले भक्त मर्यादित कपड़े पहनकर ही आएं।
झारखंड महादेव मंदिर कमेटी के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि अभी श्रद्धालुओं से ड्रेस कोड में आने का आग्रह किया जा रहा है। लेकिन, आने वाले समय में पारंपरिक ड्रेस कोड लागू किया जाएगा और छोटे वस्त्र पहनकर आने पर मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंदू संस्कृति का पालन और जागरूकता के लिए कुछ श्रद्धालुओं के आग्रह पर मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया गया है।
सोमानी ने कहा कि देशभर के कई मंदिरों में पहले ही ड्रेस कोड लागू किया जा चुका है। ऐसे में अब झारखंड महादेव मंदिर में छोटे कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगाई जाएगी। क्योंकि छोटे कपड़ों से लोगों का ध्यान भंग होता है।
ऐसे कपड़े पहनकर आने पर लगी रोक
मंदिर प्रशासन की ओर से झारखंड महादेव मंदिर के मुख्य गेट पर एक पोस्टर लगाया गया है। जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि सभी महिलाएं और पुरुष मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहन कर ही आएं। हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाईट सूट, कटी-फटी जींस, फ्रॉक आदि पहनकर आने श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में मंदिर के बाहर से ही शिवजी के दर्शन करने होंगे। साथ ही पोस्टर में लिखा गया है कि हम आशा करते हैं कि श्रद्धालु भारतीय संस्कृति को बड़े सुचारू रूप से धारण करने में सहयोग करेंगे।
जगदीश मंदिर में ड्रेस कोड लागू पर विवाद!
इधर, उदयपुर के 400 साल पुराने जगदीश मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, जगदीश मंदिर में तीन दिन पहले ही ड्रेस कोड लागू किया था। लेकिन, गुरूवार को देवस्थान विभाग की टीम ने मंदिर पहुंचकर ड्रेस कोड के लिए लगाए गए पोस्टरों को हटवा दिया। हालांकि, मंदिर के पुजारी ने कहा था कि कोई छोटे कपड़े पहनकर आ जाएगा तो उसे रोका नहीं जाएगा।
लेकिन, देवस्थान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बिना परमिशन के ऐसा फैसला लिया गया। जिस कारण जगदीश मंदिर में लगे पोस्टर-बैनर हमने हटवाए है। श्रद्धालु अपनी मर्जी से मर्यादित कपड़ों में आ सकते हैं, लेकिन उन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है। वहीं, विश्व हिंदु परिषद के स्थानीय पदाधिकारियों का कहना है कि देवस्थान विभाग ने मंदिर में वापस पोस्टर नहीं लगाए तो हम अपने स्तर पर ये पोस्टर-बैनर फिर से लगाएंगे।
राजस्थान के इन मंदिरों में ड्रेस कोड लागू
राजस्थान के मंदिरों में पहली बार छोटे कपड़ों पर रोक नहीं लगाई है। पहले से ही राजस्थान के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है। अजमेर के अम्बे माता मंदिर, उदयपुर के बोहरा गणेश मंदिर, भीलवाड़ा के हरणी महादेव मंदिर और श्री कोटडी चारभुजा नाथ मंदिर और में श्रद्धालुओं के छोटे वस्त्र पहनकर आने पर रोक लग चुकी है।
ये खबर भी पढ़ें:-राहुल गांधी के फैसले पर देशभर में कांग्रेस का आक्रोश, जयपुर में काली पट्टी बांध सड़कों पर किया प्रदर्शन