जयपुर। सचिवालय स्थित योजना भवन की सरकारी अलमारी से 2.31 करोड़ रुपए और एक किलो सोना मिलने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की राजस्थान टीम ने बड़ा एक्शन लिया है। ईडी की टीम ने बुधवार को DOIT के ज्वाइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव (Ved Prakash Yadav) को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के अधिकारी DOIT के ज्वाइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव से रातभर पूछताछ में जुटी रही। अधिकारी ये पता लगाने में जुटे हुए है कि रिश्वत का पूरा खेल कैसे चला और योजना भवन की सरकारी अलमारी में ही रिश्वत की रकम को क्यों रखा गया।
जानकारी के मुताबिक ईडी की राजस्थान टीम ने बुधवार को जयपुर और उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में एक साथ दो ठिकानों पर रेड डाली। इस दौरान वेद प्रकाश यादव से जुड़े दोनों ठिकानों से ईडी ने कई अहम दस्तावेज जब्त किए। साथ ही कई घंटे चली पूछताछ के बाद DOIT के ज्वाइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि DOIT में सोने की ईंट और पैसे मिलने के मामले में यादव के अलावा और भी कई अधिकारी रडार पर है। ईडी जल्द ही इन आरोपियों तक पहुंचकर पूरे मामले का खुलासा करेगी।
ये है पूरा मामला
बता दें कि जयपुर में सचिवालय के पीछे योजना भवन के बेसमेंट की बंद पड़ी अलमारी से 19 मई की रात 2.31 करोड़ से ज्यादा की नकदी और एक किलो सोना बरामद हुआ था। अलमारी में रखे ट्रॉली सूटकेस में 2000 और 500 के नोट थे। अलमारी से 2000 के 7,298 और 500 रुपए के 17,107 नोट मिले थे। सोने की सिल्ली पर मेड इन स्विट्जरलैंड लिखा था। सोने की कीमत करीब 62 लाख थी।
जांच में जुटी पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो वेद प्रकाश यादव अलमारी में रुपयों से भरा बैग छिपाते हुए दिखाई दिया। यादव ने उक्त बैग 8 मई को अलमारी में रखा था। इसके बाद पुलिस ने वेद प्रकाश यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि ये रकम अलग-अलग लोगों से रिश्वत के रूप में ली थी। इसके बाद इस मामले में एसीबी की एंट्री हुई। एसीबी ने मामला दर्ज खूसखोर वेदप्रकाश यादव को गिरफ्तार किया। वहीं, विभाग ने यादव को पद से सस्पेंड कर दिया था।
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