सिरोही के सरकारी अस्पताल से एक महीने के बच्चे को कुत्तों के द्वारा नोंच कर खाने के मामले में आज नर्सिंग कर्मी धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने इस मामले में लापरवाही बरतने पर एक नर्सिंग कर्मी को बर्खास्त कर दिया था। जिसे अब बहाल करने की यह नर्सिंग कर्मी मांग उठा रहे हैं।
जिला कलेक्टर के आदेश पर निलंबन
जिला कलेक्टर ने इस मामले की जांच करने के आदेश दिए थे जिसमें ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग कर्मी को लापरवाही बरतने का दोषी पाया था। जिस पर कलेक्टर ने उसके निलंबन के आदेश दे दिए थे। अब निलंबित नर्सिंग कर्मी को बहाल करने की मांग नर्सिंगकर्मी संघ उठा रहा है, वह कार्य बहिष्कार कर सड़कों पर उतर आया है और धरना प्रदर्शन कर रहा है।
अस्पताल में हुई शर्मनाक घटना को लेकर जिला कलेक्टर डॉ. भंवर लाल के जांच के आदेश के बाद एसडीएम सीमा खेतान और कार्यवाहक पीएमओ डॉ. वीरेंद्र महत्मा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी।
ये था पूरा मामला
सिरोही के जिला अस्पताल के टीबी अस्पताल में अपने पिता के पास सो रहे 1 महीने के नवजात शिशु को आवारा कुत्ते उठा ले गए थे और उसे नोच नोच कर खा गए। जानकारी के मुताबिक बीमारी के चलते महेंद्र मीणा वार्ड में भर्ती है। उसकी पत्नी रेखा देवी अपने तीन बच्चे परी (7), वीरेंद्र (6) और एक माह के बच्चे के साथ पति से मिलने अस्पताल आई थी।
सोमवार रात को अस्पताल के वार्ड में मां अपने बच्चे को साथ लेकर सोई थी।इसी बीच वार्ड में घूमते हुए आवारा कुत्ते मासूम बच्चे को घसीटते हुए वार्ड के बाहर ले गए। मासूम बच्चे का रोना सुनकर मां कुत्तों के पीछे दौड़ी लेकिन तब तक कुत्तों ने नोच-नोचकर मासूम बच्चे को मार डाला।
विधानसभा में संयम लोढ़ा ने उठाया था मामला
इस दर्दनाक मामले को सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने भी कल विधानसभा में उठाया था। उन्होंने अस्पताल के इस कदर की लापरवाही को अक्षम्य करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई थी।