जयपुर। संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में मुंख्यमंत्री अशोक गहलोत आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों को चुनाव में जीत का मंत्र देंगे। सम्मेलन के तहत सीएम गहलोत सुबह 11 बजे भरतपुर में और फिर इसके बाद दोपहर 3 बजे से अजमेर पहुंचकर संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री के साथ राजस्थान के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित विधायक भी शामिल होंगे। भरतपुर के लिए गहलोत सुबह 10 बजे जयपुर से रवाना होंगे।
इसके बाद यहां 10.45 बजे पहुंचकर सुबह 11 बजे एमएसजे कॉलेज में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। भरतपुर से फिर अजमेर पहुंचेंगे। गहलोत सिविल लाइन स्थित जवाहर स्कूल परिसर में सरकार रिपीट करने को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। सीएम हेलीकॉप्टर के जरिए 2 बजकर 45 मिनट पर अजमेर पहुंचेंगे और 3 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंच जाएंगे। दोनों ही जिलों में प्रशासन ने कार्यक्रम को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया हैं। बैठक को लेकर कांग्रेस प्रमुख नेताओं कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है यह संभाग
कांग्रेस को 2018 के विधानसभा चुनावों पूर्वी राजस्थान से लीड मिली थी। भरतपुर संभाग में कांग्रेस ने भाजपा को करारी मात दी थी। यहां की कु ल 19 विधानसभा सीटों में से भाजपा के हाथ सिर्फ एक सीट लगी थी। इसलिए कांग्रेस के लिए यह क्षेत्र आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर गढ़ हैं। जिसे मजबूत कर और यहां के कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों में कांग्रेस को लेकर बने विश्वास को लगातार बनाकर रखने के लिए पार्टी का यहां विशेष फोकस है।
यही कारण है कि मुख्यमंत्री भरतपुर में लगातार दौर कर रहे हैं। 19 नए जिले और बजट में की घोषणाओं और अपनी योजनाओं के कारण कांग्रेस सरकार मान रही है कि वह राजस्थान में फिर से सत्ता में आएगी। भरतपुर संभाग में डीग और गंगापुर सिटी को नया जिला बनाया है और इसी माह में हुए रोजगार मेले युवाओं को रोजगार दिया है। इसलिए युवाओं पर सम्मेलन में कांग्रेस का विशेष फोकस रहेगा।
पूर्वी राजस्थान पर सरकार का विशेष फोकस
विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारी तेज कर दी हैं। पूर्वी राजस्थान में सरकार का विशेष फोकस हैं। भरतपुर और अजमेर संभाग में सरकार ने नए जिले भी बनाए। इन्हीं के साथ राज्य सरकार की आमजन को दी गई योजनाओं के जरिए और राहुल गांधी की सांसद की सदस्यता रद्द करने के बाद कांग्रेस मुद्दे को भुनाने में जुटी हुई है। इसके साथ ही ईआरसीपी के सहित कई मुद्दों पर कांग्रेस मोदी और भाजपा को घेरकर इनकी नाकामियों को बताएगी। ईडी, इनकम टैक्स और जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलेंगे।
भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए मुख्यमंत्री कार्यकर्ताओं को एकजुट रहकर फिर से सरकार बनाने की अपील करेंगे। इससे पहले बीकानेर और जोधपुर में आयोजित हुई सभाओं में गहलोत, डोटासरा, रंधावा ने कें द्र सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया था। केंद्र की नाकामियों को गिनाकर सीएम कांग्रेस की सरकार रिपीट करने का मंत्र देंगे। वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने को लेकर भी कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को टारगेट देंगे।