जयपुर। फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) आज रिलीज हो गई है पहले ही दिन इस फिल्म ने बंपर ओपनिंग की है जो कि कश्मीर फाइल्स से भी ज्यादा चली गई है लेकिन मूवी को लेकर पूरे देश में बवाल छाया हुआ है। राजस्थान में भी बीजेपी और कांग्रेस के नेता इस मूवी को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। इस बयानबाजी में कांग्रेस और बीजेपी के बीच में तकरार छिड़ गई है। भाजपा ने कांग्रेस को यह तक कह दिया है कि जो सच्चाई दिखाता है उससे उन्हें पेट में दर्द होता है। नहीं तो इस फिल्म को राजस्थान में टैक्स फ्री क्यों नहीं करते।
The Kerala Story राजस्थान में हो टैक्स फ्री
भाजपा नेता और चौमूं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि जिस तरह मध्य प्रदेश और दूसरे राज्यों में द केरल स्टोरी को फ्री की टैक्स फ्री किया गया है, उसी तरह राजस्थान सरकार को भी इस मूवी (The Kerala Story) को टैक्स फ्री करना चाहिए ताकि आम लोग इस मूवी को देखें और इस मुद्दे को लेकर जागरूक हों। अगर फिल्म टैक्स फ्री होती है तो इससे ज्यादा से ज्यादा प्रचार हो सकेगा। लोग ज्यादा से ज्यादा फिल्म देखने आ सकेंगे और उन्हें इस बारे में पता चल सकेगा लेकिन इसके उलट कांग्रेस फिल्म का विरोध ही कर रही है, जो कि गलत है। आखिर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फिल्म पर बैन लगाने से मना कर दिया है क्योंकि ऐसा इसमें कुछ भी नहीं है जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।
The Kerala Story के जरिए समाज को बांट रही भाजपा
इधर द केरल स्टोरी मूवी (The Kerala Story) को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा सिर्फ और सिर्फ हिंदू मुस्लिम के नाम पर पाखंड रचाते फिरती है। इसके अलावा उसके पास कोई काम ही नहीं है। फिल्म को टैक्स फ्री करना एक तरह से समाज में दुर्भावना पैदा करने का काम है। डोटासरा ने कहा कि हालांकि मैंने फिल्म को नहीं देखा है, उसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी भी नहीं है लेकिन जिस तरह भाजपा इस मूवी पर सामाजिक लोगों को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश कर रही है, वह बेहद गलत है। भाजपा की राजनीति हमेशा से ही हिंदू-मुसलमानों पर टिकी रही है और अभी भी वही काम कर रहे हैं।
धर्मांतरण पर आधारित है The Kerala Story
बता दें कि यह फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) केरल के हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण को लेकर बुनी गई है। जिसमें हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण कर मुस्लिम धर्म अपनाकर उन्हें आतंकवादी बनने तक की कहानी दिखाई गई है। इसे लेकर पूरे देश में विवाद छाया हुआ है। इस फिल्म को बैन करने की याचिका भी सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाते हुए कि इस फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे किसी भी धर्म विशेष की भावनाएं आहत हो, इसलिए इस फिल्म को बैन नहीं किया जा सकता। जिसके बाद आज एक फिल्म रिलीज हो गई।