जयपुर। प्रदेश में राइट टू हेल्थ बिल (Right To Health) के विरोध को खत्म करने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। इसी क्रम में आज सरकार ने निजी अस्पतालों के डॉक्टर से बातचीत की लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। अब कल पहले से ही प्रस्तावित निजी अस्पताल में डॉक्टर की महा रैली निकाली जाएगी।
पहले सरकारी अस्पतालों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर हो लागू
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर्स ने कहा है कि सरकार पहले राइट टू हेल्थ बिल (Right To Health) के प्रावधानों को सरकारी अस्पतालों और संस्थानों में लागू करें उसके बाद प्राइवेट में लागू करें। अगर वहां पर भी सफल होते हैं तो… इसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया। जिससे सरकार के इस कदम को तगड़ा झटका लगा है।
विधानसभा में पारित हो चुका बिल..वापस नहीं हो सकता
सरकार के उच्च अधिकारियों और निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल से सचिवालय में करीब ढाई घंटे तक बातचीत हुई। जिसमें सरकार की तरफ से अधिकारियों में प्रमुख चिकित्सा सचिव टी रविकांत, चिकित्सा विभाग के आला अधिकारी और विधि विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस बातचीत में दोनों पक्षों ने अपनी अपनी बात रखी सरकार की तरफ से कहा गया कि बिल (Right To Health) अभी तो पास हुआ है, अभी नियम नहीं बने हैं ऐसे में हम नियम इस तरह ही बनाएंगे जिससे निजी अस्पतालों के डॉक्टर को परेशानी नहीं हो। बिल विधानसभा से पारित हो चुका है इसलिए इसे वापस नहीं करवाया जा सकता।
अस्पतालों में इमरजेंसी पैकेज में हो सुधार
इस पर डॉक्टर्स ने कहा कि अगर बिल पारित हो गया है और वापस नहीं लिया जा सकता है तो इसे बिल (Right To Health) नहीं बल्कि एक पायलट प्रोजेक्ट के तरह सरकारी अस्पतालों में चलाएं। अगर यह वहां पर सफल होता है तो इसे प्राइवेट में प्रयोग करें। डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल डॉक्टर अशोक शारदा ने कहा कि चिरंजीवी और राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम जैसी योजनाएं अस्पताल में चल रही हैं। इसमें इमरजेंसी पैकेज को सुधारा जाए।
Right To Health पर जब तक फैसला नहीं तब तक जारी रहेगा आंदोलन
डॉक्टर्स ने कहा कि हम भी चाहते थे कि सरकार के साथ हमारी बातचीत सफल हो लेकिन हमारी बातचीत का कोई हल नहीं निकला। हमने अपनी सारी परेशानियां सरकार को बता दी। सरकार ने हमारी बात सुनी। इस पर उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस मामले में कोई ना कोई फैसला लिया जाएगा। इसलिए हम तब तक आंदोलन जारी रखेंगे। जब तक फैसला नहीं लिया जाता, इसलिए कल हमारे परिवार के साथ महारैली निकाली जाएगी, जो पहले जैसे पहले से भी ज्यादा बड़ी होगी। इसमें हमने जनता से भी शामिल होने की अपील की है।