Sachin Pilot: राजस्थान में विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने के साथ ही कांग्रेस नेता अपने-अपने क्षेत्रों में जनता की नब्ज टटोलने में जुट गए हैं. इसी कड़ी में सचिन पायलट टोंक के बाद गुरुवार को ब्यावर की मसूदा विधानसभा के विजयनगर में किसान सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे जहां उन्होंने कई विकास कार्यों की सौगात देने के बाद एक जनसभा को संबोधित किया.
इस दौरान पायलट ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों का सीधा असर 2024 के नतीजों पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 9 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है लेकिन आज हर वर्ग अपने आप को ठगा हुआ महसूस करता है और हर वर्ग को वोट लेने के बाद पीड़ा और दुख मिला.
वहीं राजस्थान में बीजेपी की भूमिका पर पायलट ने कहा कि यहां बीजेपी विपक्ष की भूमिका निभाने में पूरी तरह फेल हुई है और वर्तमान हालातों पर ऐसा लगता है कि 2023 में इतिहास बनेगा और कांग्रेस सरकार की वापसी होगी.
‘अजमेर से जुड़ी मेरी पुरानी यादें’
वहीं पायलट ने कहा कि आज जब मैं ब्यावर आया हूं तो मेरी 2009 की यादें ताजा हो गई जहां मैं अजमेर आया था. उन्होंने कहा कि यहां से सांसद रहे मुझे आज 10 साल हो गए लेकिन मैं आज भी आता हूं जनता का प्यार मुझे मिलता है. पायलट ने कहा कि यहां की जनता से मैं एक रिश्ता और जुड़ाव महसूस करता हूं जो समय के साथ मजबूत होता गया.
उन्होंने कहा कि अब चुनावों का समय है और तरह-तरह की बातें आएंगी, कोई चर्चा करेगा, कोई संवाद करेगा, कोई घोषणा करेगा तो कोई अफवाह फैलाएगा लेकिन मसूदा से कांग्रेस पार्टी जीतकर जाएगी. इसके आगे वह बोले कि जो समय निकल गया वो वापस आने वाला नहीं है, लेकिन भविष्य में क्या होगा वो आपके हाथ में है क्योंकि आने वाला समय आपका है, नौजवानों का है.
‘बीजेपी वाले हिंदु-मुस्लिम के नाम पर बरगलाते हैं’
पायलट ने आगे कहा कि देश और प्रदेश में अमीर-गरीब की खाई बढ़ती जा रही है, महंगाई बेइंतहा बढ़ रही है लेकिन केंद्र सरकार ने दाम कम करने की कोशिश तक नहीं की क्योंकि बीजेपी वालों को पता है कि चुनावों में हिंदु-मुसलमान के नाम पर वोट मिल जाएंगे. वहीं उन्होंने मौजूद लोगों से एकजुट और भाईचारा रखने का आह्वान किया.
गौरतलब है कि इससे पहले सचिन पायलट ने टोंक के सम्मेलन में बीजेपी पर जमकर हमला बोलते हुए पीएम मोदी की डबल इंजन सरकार वाली बात पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा कि पीएम मोदी अक्सर डबल इंजन की सरकार की बात करते हैं लेकिन हिमाचल और कर्नाटक के चुनावों में बीजेपी के दो इंजन फेल हो गए जहां एक इंजन शिमला में और दूसरा इंजन बेंगलुरू में फेल हो गया.