Congress Working Committee: लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है जहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में आमूल-चूल फेरबदल के बाद नई लिस्ट जारी की. राजस्थान से पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित सूबे के 7 नेताओं को कांग्रेस की सर्वोच्च बॉडी में जगह दी गई है. इधर सीडबल्यूसी में सचिन पायलट की जुलाई 2020 के बाद अब पद दिया गया है.
वहीं पायलट के बाद राजस्थान से एकमात्र मंत्री महेंद्रजीत मालवीय को मेंबर बनाए जाने की हर तरफ चर्चा है. मंत्री मालवीय को राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर कांग्रेस ने अपनी केंद्रीय टीम में जगह दी है. बांसवाड़ा जिले के रहने वाले और आदिवासी छवि वाले नेता महेन्द्र जीत सिंह मालवीया को शामिल कर कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं के अलावा आदिवासी इलाकों को सीधा संदेश दिया गया है.
बांसवाड़ा के बागीदौरा से विधायक चुन कर आने वाले महेंद्रजीत की पकड़ आदिवासी वोटरों पर अच्छी मानी जाती है. 3 बार के विधायक मालवीय वर्तमान में जल संसधान मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. मालूम हो कि कांग्रेस 2023 के चुनावों के लिए वागड़ व मेवाड़ अंचल पर फोकस कर रही है.
आदिवासी पट्टी को कांग्रेस का सीधा संदेश
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में राजस्थान समेत कई राज्यो में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखा गया है जहां राजस्थान में चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने आदिवासी चेहरे महेंद्र जीत सिंह मालवीया को जगह दी है. वहीं रघुवीर मीणा की विदाई की गई है.
मीणा लंबे समय से सीडब्ल्यूसी मेंबर रहे हैं और दोनों ही नेता दक्षिण राजस्थान से आते हैं. बताया जाता है कि बीते दिनों बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में हुई राहुल गांधी की रैली के पीछे महेंद्र जीत सिंह मालवीय को काफी सराहना भी मिली थी. इसके अलावा मालवीय के जरिए कांग्रेस ने आदिवासी पट्टी में एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है.
प्रदेश चुनाव समिति में मिली थी जगह
वहीं इससे पहले 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 29 सदस्यों वाली एक प्रदेश चुनाव समिति की घोषणा की जिसका चेयरमैन राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को बनाया गया है. वहीं कमेटी में साथ ही इस कमेटी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित महेंद्रजीत सिंह मालवीय को भी शामिल किया गया था.
लगातार 3 बार के विधायक हैं मालवीय
वहीं मालवीय की सियासत का सफर सरपंच से शुरू हुआ जिसके बाद वह सीढ़ी दर सीढ़ी बढ़ते हुए आज सीडब्ल्यूसी तक पहुंचे हैं. 2018 के विधानसभा चुनावों में बागीदौरा विधानसभा सीट पर मालवीय ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करते हुए बीजेपी के खेमराज गरासिया को 21310 वोटों से हराया था. वहीं इससे पहले 2013 और 2008 के विधानसभा चुनावों में भी मालवीय के खाते में जीत आई थी.