टोंक। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज टोंक स्थित वनस्थली विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव में शामिल हुए। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव, विधायक प्रशांत बैरवा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधित किया और उन्हें सफलता का मंत्र दिया।
वनस्थली का यह जीवन कठिन लगे लेकिन आपके भविष्य की ट्रेनिंग है
CM गहलोत ने कहा कि यहां आकर हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं। उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव की पत्नी भी यहां से पढ़ी हुईं हैं। कई महिला राजनेता हैं, जो लंबे समय से राजस्थान की राजनीति में रही हैं, 90 साल की उम्र हैं उनकी, आज से 70 साल पहले यहां से पढ़ कर वे निकली थीं। इस संस्थान का उद्देश्य शानदार है। यहां बच्चे एडमिशन के लिए लालाायित रहते हैं। शिक्षा शक्तिशाली हथियार है जिससे सतही विकास संभव होगा। आपके भविष्य की ट्रेनिंग है ये, अभी भले ही कठिन लगे यह जीवन, लेकिन सोचिए यहां की छात्राएं देश-दुनिया में आर्ट, मीडिया, इंजीनियरिंग सहित कई क्षेत्रों में नाम रोशन कर रही हैं।
इंदिरा गांधी देश के लिए शहीद हो गईं
सीएम ने कहा कि महिलाएं भारत जैसे देश पर भी सुशासन कर सकती हैं, इंदिरा गांधी इसका जीता-जागता उदाहरण हैं। देश के लिए वे शहीद तक हो गईं थीं। मेरा फोकस शुरूआत से ही शिक्षा और गर्ल्स एजूकेशन पर रहा है। हमारी सरकार ने एलकेजी से 12 वीं तक की शिक्षा फ्री कर दी। पहले हमारे यहां के छात्र पुणे जैसे शहरों में जाते थे लेकिन आज हमारे यहां हर क्षेत्र के प्रीमियम संस्थान हैं, लोग बाहर से यहां पर आ रहे हैं।
सरकार की उपलब्धियों का किया जिक्र
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 75 साल में 250 कॉलेज थे पहले, हमने 5 सालों में 303 कॉलेज खोल दिए। जिसमें 100 से ज्यादा गर्ल्स कॉलेज हैं। बचपन में मैं अंग्रेजी के खिलाफ था, आज कंप्यूटर का जमाना है, नॉलेज और पॉवर जरूरी है, हमारे राजस्थान के बच्चे भी अंग्रेजी में आगे रहें इसलिए गांव-गांव में अंग्रेजी स्कूल खोले हैं, अभी तक 7500 स्कूल खोल दिए , अब इसे 1000 करेंगे। आज 91 विश्वविद्यालय हैं। हर जिले में मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और एक आईटीआई है।
3 लाख नौकरी दे दी
छात्रों के लिए बनाई गईं योजनाओं का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि बच्चों के लिए कोचिंग की फीस भी सरकार भर रही है, अभी तक 30 हजार बच्चों को यह सुविधा मिली है। 30 हजार छात्राओं को स्कूटी दी है। जो बच्चे साधन संपन्न नहीं हैं, विदेश में पढाना चाहते हैं, उनका भी पूरा खर्चा सरकार ने उठाया है। पहले 200 बच्चे विदेश भेजे थे, अब 500 बच्चे भेजेंगे। हमने अभी तक 1 लाख नौकरी दे दी है, 1 लाख का इंटरव्यू चल रहा है, जॉब फेयर लगे रहे हैं, 100 मेगा जॉब फेयर की घोषणा कर दी है। इस तरह 3 लाख नौकरी लगभग हमने दे दी है।
रक्षाबंधन के दिन एक साथ बांटेंगे 40 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन
महिलाओं के लिए स्कीम्स की बात करते हुए उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के जरिए हमने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। महिलाओं को 12 सेनेटरी नैपकीन दे रहे हैं। रक्षाबंधन के दिन एक साथ 40 लाख महिलाओं, जिनके बच्चे पढ़ रहे हैं, विधवाएं हैं, एकल नारी हैं सभी को स्मार्टफोन दिए जाएंगे। संसद में सोनिया गांधी लगी हैं कि महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिले।अब आप लोग जब तक संसद पहुंचोगे तब तक शायद ये काम भी हो जाएगा।
जाति, धर्म के नाम पर राजनीति न हो
गहलोत ने बजट में छात्र-छात्राओं के लिए की गई घोषणा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट बनाएं। लोकतंत्र 75 साल में मजबूत हुआ है जिस पर हमें गर्व है। बस हमें किसी भी कीमत पर एक रहना है। जाति, धर्म के नाम पर राजनीति न हो। लोकतंत्र कमजोर न हो, संविधान की रक्षा करें, देश अखंड रहे। मौका लगेगा तो फिर हाजिर हो जाऊंगा। आपकी यहां मैंने परेड देखी बेहद शानदार थी।