बाड़मेर। राजस्थान में जिस पुलिस के अपराधी खौफ खाते हैं, उसी पुलिस पर अब दाग लगने लगे हैं। लोगों की रक्षा करने वाली राजस्थान पुलिस के जवान अब भक्षक बनने लगे हैं। यह मामला बाड़मेर जिले के सिवाना थाना का है। जहां पर 2 दिन पूर्व भी एक युवती ने चलानी गार्ड में तैनात हेड कांस्टेबल पर जबरन शराब पिलाकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया था। वहीं अब एक और युवती ने पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाया है। पुलिस अधिकारी पर न्याय के बदले पर अस्मत मांगने का आरोप लगा है। युवती ने कोर्ट के जरिए न्याय के बदले अस्मत मांगने का मामला दर्ज करवाया है।
युवती ने थाने दर्ज एफआईआर की प्रगति रिपोर्ट लेने के लिए थाने गई थी। इस दौरान जांच अधिकारी एवं सिवाना थानाधिकारी नाथूसिंह ने खुद को खुश करने का कहते कहा, तुम मुझे खुश करो, मैं तुम्हें खुश कर दूंगा और तुम्हारे दर्ज मामले में पक्ष में जांच करूंगा। महिला का यह भी आरोप है कि थानाधिकारी ने उसके प्राइवेट पार्ट्स को जबरदस्ती टच किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी को खुश नहीं करने पर उसकी मेडिकल तक नहीं करवाई गई और मामले में एफआर लगाकर मामला बंद कर दिया। पीड़िता ने मेडिकल मामले की पुनः जांच के लिए सिवाना कोर्ट में 173(8) दंड संहिता में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
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क्या है पूरा प्रकरण…
दरअसल, दिल्ली की रहने वाली एक महिला ने कोर्ट में मुकदमा पेश किया है। जिसमें महिला ने बताया कि साल 2021 में वह अहमदाबाद में जॉब करती थी। जहां पर सिवाना के रहने वाले कुशल संकलेचा के संपर्क में आई। बातचीत के दौरान दोनों के अच्छे पारिवारिक संबंध हो गए। दोनों के बीच पैसों का लेनदेन भी हुआ।
पीड़िता का आरोप है कि जनवरी 2022 कुशल के भाई अंकित का उसके पास कॉल आया और कहा, आप सिवाना आ जाओ मैं आपको दिए हुए रुपए लौटा देता हूं। जिसके बाद मैं सिवाना आई और अंकित ने मुझे 2 लाख ट्रांसफर कर दिए। 6 फरवरी 2022 को रात को अंकित और उसके भाई पवन ने मेरे साथ गैंगरेप किया। दोनों ने मेरे साथ मारपीट भी की। इस पर पीड़िता ने सिवाना थाने में रिपोर्ट दी।
अनुसंधान अधिकारी नाथूसिंह ने मुझे डरा धमकाकर कर मेडिकल नहीं करवाने की रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करवा लिए। साथ ही हमारे एवं अभियुक्त के बीच हुई कॉल पर हुई बातचीत की पत्रावली नहीं ली। पीड़िता ने शिकायत में बताया कि अनुसंधान अधिकारी नाथूसिंह से मैने निष्पक्ष जांच एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही।
इस पर अनुसंधान अधिकारी ने मुझसे कहा, आप बहुत सुंदर हो, तुम्हे मेरे साथ शारिरिक संबंध बनाने होंगे। मैंने कभी किसी धर्म विशेष की लड़की के साथ संबंध नहीं बनाए। थानाधिकारी ने मेरे साथ छेड़छाड़ कर मेरे निजी अंगों को छुआ और कहा कि मेरे साथ संबंध नहीं बनाए तो सामने वाली पार्टी मुझे मोटी रकम देने को तैयार है। पीड़ित ने शिकायत में बताया कि थानाधिकारी के साथ संबंध नहीं बनाने पर मेरे मामला झूठा बताकर रिपोर्ट दे दी। अब पीड़िता ने वापिस जांच के लिए सिवाना कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई है।
(इनपुट-राजू माली)