जयपुर। नौ दिन बाद आज से विधानसभा का बजट सत्र फिर से शुरू होगा। विधानसभा में आज वीरांगनाओं का मुद्दा उठने के पूरे आसार है। वीरांगनाओं के मुद्दे पर बीजेपी हंगामा कर सकती है। आज महिला एवं बाल विकास और जनजाति क्षेत्रीय कल्याण की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही जनलेखा समिति और प्राक्कलन समिति सहित अन्य महत्वपूर्ण समितियों के गठन का प्रस्ताव भी विधानसभा में लाया जाएगा।
प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू होगी। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सहकारिता, ऊर्जा, पशुपालन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति देवस्थान, परिवहन, जनजाति क्षेत्रीय विकास, आयुर्वेद, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, उपनिवेशन और कृषि विभाग से संबंधित सवाल जवाब होंगे।
ये खबर भी पढ़ें:-अडाणी और क्रोनी कैपिटलिज्म की नीति के विरोध आज सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस
22 मार्च तक चल सकता है विधानसभा का बजट सत्र
20 मार्च तक का कामकाज तय किया जा चुका है। सरकार ने हाल में अधिवक्ताओं के आंदोलन के बाद हुए चर्चा में सत्र में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट संबंधी विधेयक लाने का वादा किया है। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि 22 मार्च तक विधानसभा का बजट सत्र चल सकता है। साल 2023-24 के लिए वित्तीय संबंधी समितियों के निर्वाचन का प्रस्ताव सदन में आएगा। उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी प्रस्ताव रखेंगे। प्रत्येक समिति में अधिकतम 15 सदस्यों का निर्वाचन होगा। विस अध्यक्ष को समितियों में सदस्यों के मनोनयन का अधिकार दिए जाएंगे।
दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर होगी चर्चा
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा होगी। पाली जिले के कतिपय गांवों में भूरूपान्तरण पर रोक के मामले पर विधायक ज्ञानचंद पारख उद्योग मंत्री का ध्यानाकर्षित करेंगे। गैर मुमकिन जोहड किस्म की भूमि के संबंध में विधायक रीटा चौधरी राजस्व मंत्री का ध्यानाकर्षित करेंगी। उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर राजस्व रिकॉड़ दुरुस्त करने संबंध में अधिसूचनाएं सदन की मेज पर रखी जाएगी। मंत्री शान्ति धारीवाल वित्त विभाग की 4 अधिसूचनाए रखेंगे।