भीलवाड़ा। राजस्थान के बहुचर्चित भीलवाड़ा भट्टी कांड में मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड की मुख्य सूत्रधार इनामी बदमाश महिला को पकड़कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने 7 दिन बाद हत्याकांड में अहम रोल रखने इनामी बदमाश महिला गीता उर्फ मेवा कालबेलिया को पुलिस ने किशनगढ़ (अजमेर) के जंगल से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।
पुलिस ने 11 आरोपियों को किया गिरफ्तार
मामले की जांच कर रहे कोटड़ी डिप्टी श्याम सुंदर ने कहा कि 2 अगस्त को थाना क्षेत्र में नाबालिग बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में कोटड़ी थाने में मुकदमा नंबर 183/ 2023 दर्ज हुआ था। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के अनुसंधान के दौरान कुल 11 अभियुक्त इस प्रकरण में गिरफ्तार व निरूध किए गए हैं। जो अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं उनमें 6 पुरुष, दो महिलाएं, एक नाबालिग किशोर वह दो नाबालिग किशोरिया है।
पुलिस ने कल की आरोपी मां पर रखा था इनाम
शाहपुरा एसपी आलोक श्रीवास्तव ने कोटड़ी थाना क्षेत्र हुई ह्रदयविदारक घटना में मुख्य आरोपी की मां गीता उर्फ मेवा कालबेलिया ढूंढने के लिए पुलिस ने कल ही 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। कल रात को पुलिस को इनामी बदमाश महिला के किशनगढ़ के जंगल में छिपे होने की सूचना मिली थी।
मुखबिर की मिली सूचना के आधार पर बनेड़ा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह को मौके के लिए रवाना किया गया। जिसके बाद देर रात महिला को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली। मामले के जांच अधिकारी कोटडी डिप्टी श्यामसुंदर विश्नोई का कहना है की मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था। लेकिन, मुख्य आरोपी की मां गीता उर्फ मेवा कालबेलिया फरार चल रही थी। जिसको सुबह पुलिस ने किशनगढ़ के जंगल से पकड़ा।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला ने जुर्म कबूला
कोटड़ी थाने लाकर उससे विस्तार से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसी के साथ पुलिस ने फरार चल रही मेवा कालबेलिया उर्फ गीता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को लगातार चकमा देने में कामयाब हो रही गीता की गिफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। वहीं बीते 7 दिन से फरार चल रही एक किशोरी जिसका भी घटनाक्रम में नाम सामने आया उसको भी पुलिस ने पकड़ लिया है। जहां उनको न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने उनको 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है। जल्द ही इस मामले में पुलिस द्वारा न्यायालय में चार्जशीट पेश की जाएगी।
क्या पूरा मामला…
बता दें कि गुरुवार को भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में घर से बकरियां चराने गईं नाबालिग लड़की शाम तक वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। बेटी को तलाश करने के लिए परिजन घर से डेढ़ किमी दूर अपने खेत पर भी गए, जिसे पिता ने कालबेलिया लोगों को दो साल से किराये पर दे रखा था।
यहां पर कोयला बनानी की पांच भट्टी है। लेकिन, यहां पर भी बच्ची नहीं मिली। इसके बाद घर आ गए। लेकिन, बुधवार देर शाम देखा कि भट्टी जल रही है, जबकि बारिश का मौसम था। ऐसे में परिजनों को शक हुआ और ग्रामीणों के साथ वापस खेत पर पहुंचे। जहां पर बच्ची की चप्पलें मिली। लोगों ने भट्ठी में पानी डाल आग को बुझाया और भट्टी से लड़की का एक अधजला हाथ और चांदी का कड़ा मिला।
इस जघन्य अपराध से पूरे देश में काफी आक्रोश था और लोग दोषियों को फांसी की सजा और परिवार को सहायता की मांग को लेकर कोटडी थाने में विगत की तीन दिनो से धरना दे रहे थे। सवाई भोज मंदिर के महंत सुरेश दास, मालासेरी डूंगरी के पुजारी हेमराज पोसवाल की मौजूदगी में तीसरे दिन धरने की समाप्ति हुई।