Oil Factory Incident : कोटा। शहर के रानपुर थाना क्षेत्र की एक तेल फैक्ट्री में हुए हादसे में 2 मजदूरों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में हुए गैस रिसाव से दोनों मजदूरों की जान गई। जबकि तीन गंभीर घायल हो गए। जिनका न्यू मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है । इधर, तेल फैक्ट्री में हुए हादसे की सूचना मिलते ही मंगलवार सुबह से ही एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो रही है। मृतकों के परिजन मुआवजे की मांग कर रहे है।
जानकारी के मुताबिक हादसा रानपुर थाना क्षेत्र की शिव एग्रो तेल फैक्ट्री में सोमवार शाम हुआ। जब 5 मजदूर फैक्ट्री में हौद में कचरा साफ करने उतरे थे। उसी समय पांचों अचेत हो गए। जिन्हें इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल लाया गया। रात को इलाज के दौरान रामरतन व लोकेश की मौत हो गई। जबकि तीन हॉस्पिटल में भर्ती है। जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
रानपुर थानाधिकारी बलबीर ने बताया कि घटना सोमवार शाम 4 बजे के आसपास की है। एग्रो तेल फैक्ट्री में मजदूर कचरा साफ करने के लिए हौद में उतरे थे। उसी दौरान अचेत हो गए। जिन्हें फैक्ट्री में मौजूद लोग हॉस्पिटल लेकर आए। लेकिन, रात में दो लोगों की उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं, तीन मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है। शुरुआती तौर पर गैस रिसाव से मौत होना बताया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
लाडपुरा प्रधान बोले-फैक्ट्री में नहीं थे सुरक्षा उपकरण
लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू ने कहा कि फैक्ट्री में सुरक्षा के उपकरण होते तो इनता बड़ा हादसा नहीं होता। साथ ही उन्होंने हादसे के बाद भी मौके पर प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे है। मोर्चरी के बाहर मृतकों के परिजनों मुआवजे की मांग कर रहे है। लेकिन, अभी तक ना ही एसडीएम मौके पर पहुंचे और ना ही पुलिस के उच्चअधिकारी। उन्होंने कहा कि जब रानपुर पहुंचा तो वहां पर लोगों की भीड़ जमा थी। इसके बाद मौके पर पहुंचा तो पता चला कि दो लोगों की मौत हो गई। लेकिन, मौके पर प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं है और ना ही कंपनी का मालिक पहुंचा है। थानाधिकारी से बात हुई है। पुलिस ने कंपनी मालिक को थाने में बिठा रखा है। लेकिन, फैक्ट्री के प्रतिनिधि को मौके पर बुलाया जाएगा और मृतकों के परिजनों से वार्ता करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसा ही हादसा करीब सात साल पहले हुआ था। मौके पर ही परिजनों को 12-12 लाख रुपए के चेक दिए गए थे। मृतकों के परिजन गरीब तबके से है और इनके साथ न्यायपूर्ण बात होनी चाहिए। जो वाजिब हो वो मुआवजा इन लोगों को मिलना चाहिए।
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