करौली। उत्तर भारत का प्रसिद्ध कैलादेवी का लक्खी मेला शुरू होने से एक दिन पहले ही दुखद खबर सामने आई है। मध्यप्रदेश से कैलादेवी आ रहा पदयात्रियों का जत्था शनिवार को चंबल नदी में बह गया। हादसा करौली जिले के मंडरायल क्षेत्र में हुआ। इस हादसे में 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और चार लोग अभी लापता है। फिलहाल, राहत और बचाव का कार्य जारी है।
करौली जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि दोपहर 2 बजे तक तीन शव निकाले जा चुके है और चार लोग अभी लापता है। मृतकों की पहचान देवकीनंदन (50) और महिला कल्लो के तौर पर हुई है। हालांकि, अभी एक शव की पहचान नहीं हो पाई है। सिविल डिफेंस की टीमें लापता रुक्मणी पत्नी दीपक, लवकुश पुत्र थानसिंह, ब्रजमोहन पुत्र पप्पू, अलोपा पत्नी देवकीनंदन और रश्मि पत्नी सुनील की तलाश में जुटी हुई है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार 17 लोगों का जत्था कैला देवी की पदयात्रा के लिए आ रहा था। तभी करौली जिले के मंडरायल उपखंड से होकर गुजर रही चंबल के रोधई घाट पर पदयात्रियों का जत्था पानी में से होकर निकलने लगा। इसी दौरान पानी के तेज बहाव और पैर पिसलने के कारण एक के बाद एक सभी पदयात्री चंबल नदी में बह गए। ये सभी लोग मध्य प्रदेश के रहने वाले है।
ग्रामीणों ने बचाई 10 लोगों की जान
पदयात्रियों की चीख-पुकार के बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने समय रहते 10 महिला और पुरुष पदयात्रियों को बाहर निकाल लिया। लेकिन, 7 लोगों का कही पता नहीं चला। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस और जिला प्रशासन को सूचना दी। घटना की सूचना मिलने के बाद करौली कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, एसपी नारायण टोंकस सहित पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ के जवान भी मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल राहत और बचाव का कार्य जारी है।
3 शव बरामद, चार अभी लापता
एसडीआरएफ के जवान लगातार रेस्क्यू में लगे हुए है। अब तक तीन लोगों के शव चंबल से निकाले जा चुके है। वहीं, चार लापता लोगों की तलाश जारी है। करौली कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने भी तीन शव मिलने की पुष्टि की है। हादसे का शिकार हुए ये लोग एमपी के शिवपुरी जिले में गांव चलावत के रहने वाले है।
एक युवक को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो शनिवार सुबह जब एमपी के शिवपुरी से पदयात्रियों का जत्था कैलादेवी के दर्शन करने के लिए जा रहा था। तभी चंबल के रोधई घाट पर पदयात्रियों का जत्था पानी से होकर निकलने लगा। इसी दौरान एक युवक का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। युवक को बचाने के चक्कर में एक के बाद एक करके सभी लोग चंबल में कूदने लगे। लेकिन, तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई। वहीं, तीन अभी लापता बताए जा रहे है। प्रशासन ने 10 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा लिया है।
कैला देवी पर भरता है लक्खी मेला
हर साल करौली के प्रसिद्ध मंदिर कैला देवी में चैत्र नवरात्र से पहले लक्खी मेला भरता है। जिसमें पूरे राजस्थान, मध्यप्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। इनमें बहुत बड़ी संख्या पैदल यात्रियों की भी होती है। इस बार यह मेला 19 मार्च रविवार से शुरू हो रहा है। इसके लिए अभी से पदयात्री कैलादेवी पहुंचने लगे हैं।
(इनपुट : सागर शर्मा)