भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में 14 साल की नाबालिग बच्ची से गैंगरेप और फिर कोयले की भट्टी में जलाने पर आक्रोश जारी है। कोटडी पुलिस थाने की इस जघन्य हत्याकांड में लापरवाही उजागर हुई है। इस मामले में थानेदार को सस्पेंड किया गया है। वहीं सर्वसमाज की ओर से कोटड़ी थाने का घेराव किया जा रहा है। देर रात थाने के बाहर धरना शुरू हुआ था, जिसमें शनिवार को गुर्जर नेता विजय बैंसला और प्रहलाद गुंजल भी शामिल होंगे।
वहीं इस मामले में शनिवार को मालासेरी डूंगरी के महंत ने शनिवार को तीन इलाके कोटडी और जहाजपुर और शाहपुरा बंद का आह्वान किया है। वहीं गुर्जर समाज और बीजेपी नेताओं ने परिजन को एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की जा रही है।
थानाधिकारी सस्पेंड, अब पूरे थाने को सस्पेंड की मांग
गुर्जर समाज के आक्रोश को देखते हुए अजमेर पुलिस रेंज की आईजी लता मनोज कुमार ने एक्शन लिया है। उन्होंने इस मामले में लापरवाही के चलते कोटडी के थानाधिकारी खींवराज गुर्जर को निलंबित कर दिया गया है। इससे पूर्व थाने के तत्कालीन ड्यूटी ऑफिसर एएसआई लियाकत को भीलवाड़ा एसपी ने सस्पेंड कर दिया था। लियाकत पर आरोप था कि उसने बालिका की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करने में लापरवाही की थी। अब पीड़ित परिवार को मुआवजे के साथ पुलिस उप अधीक्षक और पूरे थाने को सस्पेंड करने की मांग पर लोग अड़े हुए हैं। पुलिस थाने का घेराव किया जा रहा है।
इस भट्टी कांड का पुलिस ने 10 घंटे के अंदर ही खुलासा करते हुए गैंगरेप और जघन्य हत्याकांड के चार आरोपियों को पुलिस ने देर रात ही गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में दो सगे भाई है। यह घटना कोटड़ी थाना क्षेत्र के नरसिंहपुरा की है।
पिता ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप…
वहीं नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद हत्या कर कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में नई जानकारी सामने आई है। पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया है। पिता का कहना है कि अगर समय ही कार्रवाई हो जाती तो उनकी बच्ची आज जिंदी होती। उसका शव भी भट्टी में राख में तब्दील नहीं होता। वहीं पुलिस की लापरवाही को लेकर भाजपा की प्रदेश जांच कमेटी ने भी सवालिया निशान लगाए हैं।
परिजनों के बताने पर आधी रात को पहुंची पुलिस…
मृतका के पिता का कहना है कि बुधवार शाम को पुलिस उनकी सुन लेती तो आज यह हालात नहीं बनते। देर शाम तक पुलिस ने रिपोर्ट ही नहीं ली। पुलिस परिजनों को लेकर खेत और कोयले के भट्टों के पास बेटी को तलाशते रहे। उस समय तक भट्टे में आग भी नहीं थी। रात को पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो परिजन खेत पर गए। वहां एक भट्टे में आग जल रही थी। आशंका हुई तो वहां तलाशा। वहां पर बच्ची की चप्पल व चांदी का कड़ा मिला। तब पुलिस आधी रात को घटनास्थल पर पहुंची थी।
ये है पूरा मामला…
बता दें कि गुरुवार को भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में घर से बकरियां चराने गईं नाबालिग लड़की शाम तक वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। बेटी को तलाश करने के लिए परिजन घर से डेढ़ किमी दूर अपने खेत पर भी गए, जिसे पिता ने कालबेलिया लोगों को दो साल से किराये पर दे रखा था। यहां पर कोयला बनानी की पांच भट्टी है। लेकिन, यहां पर भी बच्ची नहीं मिली। इसके बाद घर आ गए। लेकिन, बुधवार देर शाम देखा कि भट्टी जल रही है, जबकि बारिश का मौसम था। ऐसे में परिजनों को शक हुआ और ग्रामीणों के साथ वापस खेत पर पहुंचे। जहां पर बच्ची की चप्पलें मिली। लोगों ने भट्ठी में पानी डाल आग को बुझाया और भट्टी से लड़की का एक अधजला हाथ और चांदी का कड़ा मिला।
पुलिस ने 6 घंटे तक भट्ठी में नाबालिग के शरीर के टुकड़ों को ढूंढा…
ग्रामीणों की सूचना पर गुरुवार सुबह एएसपी शाहपुरा किशोरी लाल, कोटड़ी डिप्टी श्यामसुंदर बिश्नोई व थाना प्रभारी खिवराज गुर्जर मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने भट्ठी से करीब 300 किलोग्राम से ज्यादा राख व कोयला बाहर निकाला। 6 घंटे तक एक-एक कोयले को छांटकर नाबालिग के शरीर की कई टुकड़ों को ढूंढकर बाहर निकाला गया। पुलिस ने इस मामले में पत्नी, बहन, मां और पिता सहित 10 लोगों को आरोपियों बनाया है। इस पर पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इस पर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने इन आरोपियों को किया गिरफ्तार…
एसपी आदर्श सिद्धू ने कहा कि गैंगरेप और जघन्य हत्याकांड के आरोपी कान्हा (21) पुत्र रंगलाल और उसका भाई कालु पुत्र रंगलाल (25) निवासी बालाजी मंदिर के पास तस्वारिया थाना शाहपुरा जिला भीलवाड़ा, संजय (20) पुत्र प्रभु निवासी पालसा थाना शाहपुरा जिला भीलवाड़ा और पप्पु पुत्र अमरनाथ उर्फ अमरा (35) निवासी अरवड थाना फुलिया कलॉ जिला भीलवाड़ा को गिरफ्तार किया है।