Govind singh Dotasra : जयपुर। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने गहलोत राज में शुरू हुई राजीव गांधी युवा मित्र योजना को 31 को बंद करने के आदेश जारी किए है। बीजेपी सरकार द्वारा राजीव गांधी युवा मित्र योजना को बंद करने के फैसले पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बाद अब पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है। साथ ही डोटासरा ने आरोप लगा कि मुख्यमंत्री भजनलाल स्वयं के विवेक से निर्णय नही ले रहे है और दिल्ली से गाइड किए जा रहे है।
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा स्वयं के विवेक से निर्णय ना लेकर, दिल्ली से गाइड किए जा रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि मुख्यमंत्री ही मुख्यमंत्री होता है। राजस्थान की जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया है और आपको हाईकमान ने मुख्यमंत्री बनाया है। आप बेरोजगारों के साथ में इस तरह का व्यवहार मत कीजिए और इनकी रोजी-रोटी को मत छीनिए।
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार ने राजीव गांधी युवा मित्रों का इंटर्नशिप कार्यक्रम समाप्त कर नए साल से पहले हजारों युवाओं को बेरोजगारी का गिफ्ट दिया है। अगर भाजपा की राजनीतिक दुर्भावना सिर्फ नाम से थी, तो वो नाम बदल देते लेकिन युवाओं को बेरोजगार क्यों किया?
दिल्ली से आया फरमान और कर दिया ऐलान
पीसीसी चीफ ने कहा कि सीएम ने कल बयान दिया था कि पुरानी योजनाएं बंद नहीं होगी, लेकिन बयान के कुछ समय बाद ही राजीव गांधी इंटरशिप योजना बंद कर दी। आपके पास दिल्ली से फरमान आया, इसके बाद आपने योजना बंद कर दी। आप इसका नाम बदल सकते थे, अटल बिहारी वाजपेयी या दीनदयाल कर देते, लेकिन योजना को बंद क्यों की ?
25 दिन बाद भी नहीं बना मंत्रिमंडल
डोटासरा ने कहा कि 25 दिन बाद भी इनसे मंत्रिमंडल नहीं बना है। सीएमओ में अधिकारी नहीं लगे है और सारे ब्यूरोक्रेट्स हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। अच्छी पोस्ट पाने के लिए अपनी-अपनी लायजनिंग कर रहे हैं। कोई दिल्ली की भागदौड़ कर रहा है तो कोई किसी नेता के पास जा रहा है। इतना ही नहीं, कोई मुख्यमंत्री से संपर्क कर रहा है, ऐसे में सरकार कौन चलाएगा? 25 दिन बाद भी ये समझ से परे है। राजस्थान की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है कि ये हो क्या रहा है।
मंत्रिमंडल गठन में देरी पर कसा तंज
मंत्रिमंडल गठन में देरी पर तंज कसते हुए डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में मंत्रिमंडल बन क्यों नहीं रहा है? आखिर किसने अंगद का पैर लगाकर इसको रोक रखा है, ये समझ से परे है। मुख्यमंत्री बोलते हैं कि मंत्रिमंडल का गठन जल्दी हो जाएगा। लेकिन, जल्दी का मतलब क्या है? ये सीएम को क्लियर करना चाहिए। क्योंकि अब ऐसी चर्चाएं होने लगी है कि शायद बीजेपी नया प्रयोग करते हुए राजस्थान में मंत्रिमंडल ही ना बनाए और भजनलाल से ही काम चलाती रहे। इस संशय पर स्थिति साफ करनी चाहिए।
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