कोटा। राजस्थान के कोटा में एक महिला के सुसाइड करने का मामला सामने आया है। पति की मौत के बाद से तनाव के चलते महिला ने नहर के कूदकर जान दे दी। सूचना पर निगम गोताखोर टीम मौके पर पहुंची। करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद महिला के शव को बाहर निकाला। नहर में बहाव होने के चलते महिला की बॉडी 2 किमी तक चली गई थी। परिजन भी मौके पर आ गए थे। यह घटना सोमवार दोपहर करीब 4.40 बजे थेगड़ा पुलिया के पास की है। मंगलवार को पुलिस ने मृतका का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
उद्योग नगर थाने के एएसआई सुभाष चंद ने बताया कि सोमवार दोपहर पुलिस को जानकारी मिली कि एक महिला ने नहर में छलांग लगा दी है। सूचना पर उद्योग नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने निगम गोताखोर टीम की मदद से मृतका के शव को नहर से बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। जहां मंगलवार को मृतका का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि मृतका कोमल (32) कोटा के बॉम्बे योजना निवासी है। फिलहाल, अभी तक महिला के सुसाइड के कारण सामने नहीं आए है। परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं मृतका के परिजनों ने बताया कि कोमल अपने पति की मौत के बाद से तनाव में थी। सोमवार को दोपहर में घर से निकली थी। सुसाइड से पहले कोमल ने थेगड़ा नहर पर आकर अपने जेठ शंकर लाल को फोन किया था। कोमल ने जेठ शंकर लाल को फोन कर कहा कि बच्चे का ध्यान रखना। फिर फोन काटकर नहर में कूद गई। परिजन कुछ समझ नहीं पाए। थोड़ी देर बाद परिजनों को मौत की सूचना मिली।
जेठ शंकरलाल ने बताया कि उसका भाई व कोमल का पति संजय सब्जी मंडी इलाके में चाय की दुकान लगाता था। करीब 3 महीने पहले संजय ने सुसाइड किया था। पति की मौत के बाद से कोमल डिप्रेशन में थी। सोमवार को 4 बजकर 17 मिनट पर कोमल ने फोन किया और कहा ‘बच्चे का ध्यान रखना, मैं जा रही हूं’। उसने ये बात कहकर फोन काट दिया। उसे बार बार फोन लगाया तो उसने फोन नहीं उठाया। 15-20 मिनट बाद तो कोमल के नहर में कूदने की सूचना मिल गई। आधे घंटे में मौके पर पहुंच गए। कोमल पति की मौत के बाद से तनाव में थी। कोमल के 13 साल का बेटा है और वह 9वीं कक्षा में पढ़ाई करता है।
वहीं मृतका के मौसा सुरेश पांचाल ने बताया कि कोमल तनाव में चल रही थी। इस कारण कुछ समय से उसकी मां भी साथ रहने लगी थी। उसे कम्प्यूटर सीखने की सलाह दी थी। 15 -20 दिन से वो बेटी के पास दादाबाड़ी इलाके में कम्प्यूटर सीखने आने लगीं थी। सोमवार को साढ़े 3 बजे करीब घर से निकली थी। वो कम्प्यूटर सेंटर पर नहीं पहुंची। थेगड़ा में कूदने से पहले उसने जेठ शंकरलाल के फोन करके बच्चे का ध्यान रखने की बात कहीं।