आज जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने संजीवनी मामले को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमने इस मामले को लेकर एसओजी की जांच बिठाई थी, जो लगभग पूरी हो चुकी है अब कभी भी किसी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
बार-बार कोर्ट में पेश होना पड़े, कोई बात नहीं
गहलोत ने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत और उनके परिवार पर इस घोटाले का सीधे-सीधे आरोप है। इसलिए वह इस कार्रवाई के खेल से डर गए हैं। उन्होंने मेरे ऊपर मानहानि का केस दर्ज करा दिया। मुझे बताइए इस घोटाले में 2 लाख लोगों का पैसा डूब गया है। अगर उनको यह पैसा मिलता है और अगर इसके लिए मुझे बार-बार कोर्ट में पेश होना पड़े तो कोई बात नहीं लेकिन इससे अच्छी बात यह रहेगी कि यह केस की परत दर परत खुलेगी, सच्चाई सामने आएगी। प्रधानमंत्री पर दबाव बनेगा और अगर दबाव बनेगा तो धीरे-धीरे लोगों के पैसे वापस मिलने शुरू हो जाएंगे।
संजीवनी पीड़ित से क्यों नहीं मिलते शेखावत
मेरे खिलाफ उन्हें जो भी करना है करें लेकिन लोगों के पैसे लौटा दे। सीएम ने कहा कि जो पैसा इथोपिया में लगाया था, उसका सोर्स क्या था, यह क्यों नहीं बताते। संजीवनी के पीड़ित मुझसे मिल चुके हैं, मुझसे अपनी व्यथा बता चुके हैं। मैंने उनसे बातचीत की, उन्हें ढांढस बंधाया। इनको चाहिए कि यह लोग भी उन लोगों से बातचीत करें लेकिन यह बात क्यों करेंगे। उनको बताना चाहिए कि उन्होंने पैसा नहीं लिया है और संजीवनी का संचालक मेरा दोस्त नहीं था लेकिन यह सब उन्होंने नहीं बताया, ना ही उनसे मिले क्योंकि वह खुद इसमें आरोपी हैं।
फोन टैपिंग में इनकी आवाज, सैंपल क्यों नहीं देते
सीएम ने कहा कि सरकार गिराने के वक्त जो आवाज उनकी फोन टैपिंग में रिकॉर्ड हुई थी, वह इन्हीं की थी लेकिन सैंपल नहीं देते हैं, उल्टा मेरे ओएसडी पर आरोप लगाते हैं, उनके खिलाफ केस करते हैं लेकिन अभी तक इस केस में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। मिलेंगे कहां से जब कुछ हुआ ही नहीं है तो।
बता दें कि सीएम गहलोत यहां जोधपुर संभाग के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बैठक करने के लिए आए थे। यहां उन्होंने कांग्रेस की मजबूती का कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया और राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के विरोध में केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन को धार देने के लिए निर्देशित भी किया।