नई दिल्ली। राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द होने के खिलाफ कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलनों की झड़ी लगा दी है। 25 मार्च से पूरे देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं तो आज दिल्ली में कांग्रेस ने लाल किले से पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक के टाउन हॉल तक मशाल जुलूस निकालने की कोशिश की। वहीं कल से यानी 29 मार्च से 8 अप्रैल तक जय भारत यात्रा कार्यक्रम भी किया जाएगा।
इसके तहत आज कांग्रेस ने देर शाम कई राज्यों में मशाल जुलूस निकालने की तैयारी की लेकिन पुलिस ने उन्हें शुरुआत में ही रोक दिया। मार्च शुरू होने से पहले ही कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लाल किले के सामने ही जोरदार हंगामा मचाया।
देखते ही देखते लाल किले के सामने ही भीषण जाम की स्थिति बन गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यहां पर कपड़े में आग लगा दी, जिसे पुलिस ने कंट्रोल में किया इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस में जोरदार झड़प भी हो गई। कपड़े में आग लगाकर मशाल बनाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और न्यू पुलिस लाइन ले जाएगा।
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर कांग्रेस तिलमिला गई। कांग्रेस ने बयान जारी किया कि सत्य और सत्याग्रह से देश का तानाशाह डर गया है। हम मशाल मार्च ना निकाल पाए इसके लिए उन्होंने पुलिस तैनात कर दी है। हमारे साथियों को हिरासत में ले लिया गया। दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि देश में इस समय जो भी हो रहा है सिर्फ और सिर्फ तानाशाही का नजारा है। लोकतंत्र को बचाने के लिए हम आवाज भी नहीं उठा सकते, आवाज उठाते हैं तो आवाज बंद कर दी जाती है, मशाल उठाते हैं तो मशाल बुझा दी जाती है, अब तो हमें राजघाट पर जाने की इजाजत भी नहीं देते, संसद में बोलने नहीं देते हैं। आखिर विपक्ष कहां जाए। जब देश में विपक्ष की कोई जगह ही नहीं है तो किस बात का लोकतंत्र।