Gajendra Singh Shekhawat vs Asaduddin Owaisi: राजस्थान के बाड़मेर में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर अब हंगामा हो गया है जहां शेखावत के बयान पर AIMIM प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हमला बोला है. ओवैसी ने मंत्री के बयान को जी-20 डिक्लेरेशन से जोड़कर पेश करते हुए कहा है कि मोदी सरकार के मंत्री हिंसा की खुलेआम वकालत कर रहे हैं जिसके बाद अब जी-20 के घोषणा के बिंदु 78 की कोई प्रासंगिकता नहीं है.
दरअसल मंत्री शेखावत ने बीते दिनों कहा था कि सनातन धर्म को हमारे पूर्वजों ने अपनी जान पर खेलकर बचाए रखा था और अब कुछ लोग सनातन धर्म को खत्म करने की बात कर रहे हैं जिसे हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
शेखावत ने आगे कहा था कि सनातन के खिलाफ बोलने वालों की हम जीभ खींच कर बाहर निकाल देंगे. उन्होंने कहा कि सनातन की तरफ जो भी कोई आंख उठाकर देखेगा, उस हरेक आंख को हम उंगली डालकर बाहर निकाल देंगे.
ओवैसी ने बोला हमला
शेखावत के बयान पर ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि अब जी-20 खत्म हो चुका है और घोषणा के बिंदु-78 की अब कोई प्रासंगिकता नहीं है. उन्होंने आगे कहा की पीएम मोदी कैबिनेट के माननीय मंत्री हिंसा की वकालत करते हैं तो अब यह एक “ओपन सीज़न” होने जा रहा है.
मालूम हो कि बीते दिनों तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद सनातन धर्म को लेकर बहस छिड़ गई थी जिसके बाद से बीजेपी नेता इस मसले पर हमलावर हैं. इसी कड़ी में 6 सितंबर को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के हुी सभा में यह बयान दिया था.