जयपुर। राजस्थान के विधानसभा चुनाव को सिर्फ 5 से 6 महीने बाकी हैं। ऐसे में राजस्थान पूरी तरह चुनावी मोड में आ गया है। इस चुनाव में दम भरने के लिए हर पार्टी के केंद्रीय नेता ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं। आज का दिन राजस्थान के लिए बेहद खास है। क्योंकि आज राजस्थान में एक साथ कई दिग्गज नेता मौजूद हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह भरतपुर दौरे पर हैं। तो उदयपुर में राजनाथ सिंह ने कमान संभाली हुई है। AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आज जयपुर आए हुए हैं। जिससे साफ पता चल रहा है कि अब चुनावी जमीन पर उगी फसलों पर पानी डालने का काम शुरू हो गया है।
अमित शाह कार्यकर्ताओं को दिलाएंगे संकल्प
गृह मंत्री अमित शाह भरतपुर में बूथ संकल्प महासम्मेलन को संबोधित करने आ रहे हैं। यहां पर कार्यकर्ताओं के अंदर जीत का मंत्र देंगे और बूथ पर पार्टी को मजबूत करने का संकल्प दिलाएंगे। अमित शाह नागौर और दौसा लोकसभा सीटों के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे उनसे संवाद करेंगे। ध्यान रहे कि भरतपुर में एक भी विधायक भाजपा का नहीं है। लंबे समय से यह सीट कांग्रेस के खाते में जा रही है। ऐसे में भरतपुर जैसे जिले को अपने पाले में करना भाजपा के लिए बेहद जरूरी है। जिसकी शुरुआत अमित शाह ने आज कर दी है।
दीक्षांत समारोह के जरिए युवाओं को साध गए राजनाथ सिंह
उधर राजनाथ सिंह उदयपुर के जेआरएन राजस्थान विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए हैं। वहां उन्होंने युवाओं को देश का भविष्य बताते हुए उनके हौसले मजबूत किए और उन्हें कर्तव्यनिष्ठा, एकता और कर्मठता मंत्र दिया। जिससे साफ है कि राजनाथ सिंह युवाओं के जरिए राजस्थान को आने वाले भविष्य यानी आने वाले चुनाव में सही पार्टी.. सही व्यक्ति को देखकर ही सत्ता की कमान उसके हाथ में सौंपने का मंत्र दे गए हैं।
कौन सा झटका देने वाले हैं ओवैसी
AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी आज जयपुर में हैं वे शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और मीडिया के सामने एक सर्वे की रिपोर्ट को सार्वजनिक करेंगे। जब वे जयपुर एयरपोर्ट पर आए थे तो मीडिया से उन्होंने बातचीत करने से इनकार कर दिया और कहा कि शाम को वह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और सारी बातें वही कहेंगे। असदुद्दीन ओवैसी यहां राजस्थान के आने वाले चुनाव को लेकर एजेंडा तय करेंगे।
वे यहां पर भी खासतौर पर मुसलमानों को साधने में लगे हुए हैं। पिछले जितने भी दौरे असदुद्दीन ओवैसी ने किए हैं पूरे राजस्थान में… मुस्लिम बहुल इलाकों में उन्होंने संपर्क किया है, बातचीत की है, जिससे साफ है कि उनका ध्यान अभी अल्पसंख्यक वोटों पर ज्यादा है। असदुद्दीन ओवैसी यहां सर्वे की रिपोर्ट के जरिए लोगों को यह बताएंगे कि प्रदेश में मुसलमानों के लिए क्या योजनाएं चलाई जा रही हैं.. जो योजनाएं चल रही है क्या उनका लाभ उन्हें मिल रहा है या नहीं।
जिससे साफ है कि असदुद्दीन ओवैसी चुनाव में खुद तो अल्पसंख्यक वोटरों को साथ रहे हैं साथ ही उन वोटर्स को कांग्रेस के पाले से अपने पाले में खींचने का काम भी बखूबी कर रहे हैं।
मिशन 2023 ही है लक्ष्य
अब देखना यह है कि आज का यह दिन जो राजनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। उसका आने वाले दिनों में प्रदेश की जनता पर क्या असर पड़ता है। वहीं आगे भी इस तरह के दौरे देखने को मिलते रहेंगे। क्योंकि इस समय हर पार्टी की सिर्फ एक ही लक्ष्य है मिशन राजस्थान 2023।